RBI का बड़ा तोहफा, NEFT और RTGS से पैसे ट्रांसफर करने पर नहीं लगेगा कोई चार्ज
आरबीआई ने स्कीम नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (एनईएफटी) और रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (आरटीजीएस) पर फंड ट्रांसफर के समय लगने वाले चार्ज खत्म कर दिए हैं.
ऑनलाइन मनी ट्रांसफर पर कोई चार्ज नहीं लगने से लोगों में डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा मिलेगा.
ऑनलाइन मनी ट्रांसफर पर कोई चार्ज नहीं लगने से लोगों में डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा मिलेगा.
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति की समीक्षा बैठक में आज गुरुवार को कई बड़े फैसले लिए गए. पहला तो यह कि आरबीआई ने रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती करने का ऐलान किया. दूसरा यह कि शीर्ष बैंक ने ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करने की दो बड़ी स्कीम नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (एनईएफटी) और रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (आरटीजीएस) पर लगने वाले चार्ज खत्म कर दिए हैं. शीर्ष बैंक के बाद अन्य बैंक भी अपने ग्राहकों के लिए चार्ज कम कर सकते हैं. शीर्ष बैंक ने ये कदम डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए उठाया है.
आरबीआई के इन फैसलों से आम आदमी को बड़ी राहत मिलेगी. एक तरफ तो आम आदमी की मकान, वाहन या अन्य लोन की मासिक किस्त (ईएमआई) कम होगी, दूसरी तरफ ऑनलाइन मनी ट्रांसफर पर कोई चार्ज नहीं लगने से लोगों में डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा मिलेगा.
शीर्ष बैंक की ओर से जारी रिलीज में कहा गया है कि बैंकों को ग्रहाकों तक ये लाभ पहुंचाना चाहिए और उन्हें इन चार्ज को कम करना चाहिए. बैंक को इस संबंध में निर्देश एक हफ्ते के अंदर मिल जाएंगे.
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RBI ने बेंकों से सिफारिश की है कि वे भी एनईएफटी और आरटीजीएस पर लगने वाले शुल्क को खत्म करने के लिए अपनी ओर से भी जल्द पहल करें.
NEFT और RTGS के चार्ज
बता दें कि अभी तक आरबीआई आरटीजीएस और एनईएफटी पर चार्ज वसूलता था. शीर्ष बैंक 2 लाख रुपए से 5 लाख रुपए तक की आरटीजीएस के लिए 25 रुपए और टाइम वैरिंग चार्ज लेता था. वहीं 5 लाख रुपए से अधिक के लिए ये बैंक 50 रुपए और टाइम वैरिंग चार्ज वसूलता था. 8 घंटे से 11 घंटे तक के लिए बैंक कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं लेता था, जबकि 11 घंटे से 13 घंटे के लिए चार्ज 2 रुपए अतिरिक्त, 13 घंटे से 16.30 घंटे के लिए 5 रुपए अतिरिक्त और 16.30 घंटे से ज्यादा के लिए 10 रुपए अतिरिक्त चार्ज वसूलता था.
क्या है NEFT
नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (एनईएफटी) एक राष्ट्रव्यापी भुगतान प्रणाली है जो एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को पैसा ट्रांसफर की सुविधा प्रदान करती है. इसके माध्यम से देश में बैंकों के जरिये फंड ट्रांसफर करने यानी एक से दूसरी जगह भेजा जाता है. NEFT के माध्यम से आम ग्राहक या कंपनियां किसी दूसरी ब्रांच या किसी दूसरे शहर की शाखा में किसी भी व्यक्ति या संगठन अथवा कंपनी को पैसा भेज सकते हैं. कारोबारी दिन के समय फंड ट्रांसफर करने के दो घंटे के भीतर राशि दूसरे पक्ष के खाते में चली जाती है.
एनईएफटी से एकसाथ 50 हजार रुपये तक की राशि ट्रांसफर की जा सकती है. विशेष मामलों में यह सीमा बैंक बढ़ा भी देते हैं. सोमवार से शुक्रवार तक सुबह आठ बजे से शाम सात बजे के बीच हर घंटे यह काम करता है. शनिवार को आठ बजे से दोपहर एक बजे के बीच हर घंटे एनईएफटी काम करता है.
RTGS के बारे में जानें
रीयल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट यानी आरटीजीएस बैंकों में फंड ट्रांसफर का तरीका है. जो व्यक्तिगत खाताधाकों या समूह में ग्राहकों को किया जाता है. इसके तहत जब फंड प्राप्त किया जाता है, तभी उसे आगे भुगतान या ग्राहक के निर्देशानुसार अन्य उपयोग के लिए बढ़ा दिया जाता है. इस फंड को आगे प्रक्रिया के लिए नहीं टाला जाता. इसके तहफ पैसा फौरन ट्रांसफर होता है.
आरटीजीएस का इस्तेमाल बड़े फंड ट्रांसफर के लिए किया जाता है. यहां न्यूनतम दो लाख रुपये का ही ट्रांसफर किया जा सकता है. फंड प्राप्त करने के 30 मिनट के भीतर बैंक को इसे निर्देशित खाते में ट्रांसफर किया जाता है. आरटीजीएस का इस्तेमाल दिन सुबह साढ़े नौ से शाम साढ़े चार बजे तक किया जा सकता है, जबकि शनिवार को यह सुबह नौ बजे से एक बजे तक खुला रहता है.
03:52 PM IST