नीरव मोदी, विजय माल्या समेत इन 58 भगोड़ों की है भारत को तलाश, प्रत्यर्पण के लिए 5 देशों को लिखा पत्र
SBI, PNB समेत कई सरकारी बैंकों को हजारों करोड़ रुपए की चपत लगाकर विदेश भागने वाले विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चौकसी अकेले नहीं हैं, जिनको भारत वापस लाने के लिए केंद्र सरकार प्रयास कर रही है.
भारत इन जैसे 58 आर्थिक भगोड़ों के प्रत्यर्पण के लिए तेजी से कोशिश कर रहा है. (फाइल फोटो)
भारत इन जैसे 58 आर्थिक भगोड़ों के प्रत्यर्पण के लिए तेजी से कोशिश कर रहा है. (फाइल फोटो)
SBI, PNB समेत कई सरकारी बैंकों को हजारों करोड़ रुपए की चपत लगाकर विदेश भागने वाले विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चौकसी अकेले नहीं हैं, जिनको भारत वापस लाने के लिए केंद्र सरकार प्रयास कर रही है. भारत इन जैसे 58 आर्थिक भगोड़ों के प्रत्यर्पण के लिए तेजी से कोशिश कर रहा है.
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक केंद्र सरकार ने 58 आर्थिक भगोड़ों के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (LoC), इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस और प्रत्यर्पण की प्रक्रिया चला रखी है. ये सभी विदेश में हैं. इनकी तलाश में सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय, खुफिया राजस्व निदेशालय लगे हैं. इन्हें भारत लाने के लिए यूएई, ब्रिटेन, बेल्जियम, अर्जेंटीना और अमेरिका तक प्रत्यर्पण का आवेदन भेजा जा चुका है.
ये भी हैं आर्थिक भगोड़े
गिडो राल्फ हैश्क और कार्लो गेरोसा के प्रत्यर्पण के लिए भारत ने इटली से आग्रह किया है. नीरव मोदी के लिए भी यही प्रक्रिया जारी है. इंडिया टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक नीरव की न्यूयॉर्क और हॉन्गकॉन्ग में अरबों की संपत्ति है, जो जब्त की जा चुकी है. इसके अलावा विजय माल्या के प्रत्यर्पण के लिए भारत ब्रिटेन से लगातार संपर्क कर रहा है.
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माल्या के प्रत्यर्पण को मिल चुकी मंजूरी
विदेश मंत्रालय ने कहा कि माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर लंदन स्थित भारतीय मिशन ब्रिटिश अधिकारियों के लगातार संपर्क में है. कुछ दिन पहले ही ब्रिटेन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत ने माल्या के प्रत्यर्पण का आदेश दिया था. माल्या पर कथित रूप से 9,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और मनी लांड्रिंग का आरोप है. अदालत के फैसले से भारत के माल्या को वापस लाने के प्रयासों को बल मिला है.
ब्रिटिश ग्रह मंत्रालय की अनुमति का इंतजार
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि वेस्टमिंस्टर अदालत ने 10 दिसंबर को आदेश दिया था कि माल्या को भारत को सौंपा जा सकता है. अब यह मामला वहां के गृह मंत्री के पास जाएगा, जिनके पास प्रत्यर्पण का औपचारिक आदेश देने के लिए दो माह का समय है.
इसके बाद दो सप्ताह में माल्या इसके खिलाफ अपील कर सकते हैं. कुमार ने कहा कि हमें देखना होगा कि आगे क्या होता है. मैं कहना चाहूंगा कि लंदन में हमारा मिशन लगातार ब्रिटेन के अधिकारियों के संपर्क में है.
चौकसी के लिए भी प्रक्रिया जारी
मेहुल चोकसी से संबंधित सवाल पर कुमार ने कहा कि सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय के आग्रह को एंटीगुआ और बरबूडा के अधिकारियों को सौंपा गया है. नीरव मोदी पर उन्होंने कहा कि भारत का आग्रह ब्रिटेन के गृह मंत्री के पास विचारार्थ है. उसके बाद इसे अदालत के पास निर्णय के लिए भेजा जाएगा.
01:27 PM IST