ईरान तक बसेंगे चीनी! पाकिस्तान में पैर पसारने के लिए चीन ने बनाई बड़ी रणनीति
चीन ने सोमवार को कहा कि वह चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) को पाकिस्तान के पश्चिम तक विस्तार देगा.
पाकिस्तान के आर्थिक विकास और पाकिस्तानी लोगों की जरूरतों के मद्देनजर हम सीपीईसी के लिए रास्तों व सहयोग की पहचान करेंगे. (फाइल फोटो)
पाकिस्तान के आर्थिक विकास और पाकिस्तानी लोगों की जरूरतों के मद्देनजर हम सीपीईसी के लिए रास्तों व सहयोग की पहचान करेंगे. (फाइल फोटो)
चीन ने सोमवार को कहा कि वह चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) को पाकिस्तान के पश्चिम तक विस्तार देगा. चीन पहले ही अफगानिस्तान को (पाकिस्तान के पश्चिम में) सीपीईसी में शामिल होने का आमंत्रण दे चुका है. इसके आगे पश्चिम में स्थित ईरान ने परियोजना में शामिल होने की रुचि दिखाई है. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, 'दोनों पक्ष सीपीईसी को आगे बढ़ाएंगे. पाकिस्तान के आर्थिक विकास और पाकिस्तानी लोगों की जरूरतों के मद्देनजर हम सीपीईसी के लिए रास्तों व सहयोग की पहचान करेंगे.'
उन्होंने कहा, 'हम औद्योगिक सहयोग व लोगों की जीविका से जुड़ी परियोजनाओं में तेजी लाएंगे और सीपीईसी को पश्चिमी इलाके तक विस्तार देंगे और ज्यादा से ज्यादा लोगों को इससे फायदा पहुंचाएंगे.' सीपीईसी में चीन के शिनजियांग में काशगर व पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह को जोड़ने की परिकल्पना है. गेंग चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीते सप्ताह तीन दिवसीय पाकिस्तान दौरे के बारे में एक सवाल का जवाब दे रहे थे. अपने दौरे के दौरान वांग यी पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान से मिले.
चीन दक्षिण एशिया में अपनी पकड़ मजबूत करने की रणनीति के तहत पाकिस्तान की मदद कर रहा है. उसने पाकिस्तान में कई परियोजनाओं में निवेश किया है. उसने इस दक्षिण एशियाई देश में 60 अरब डॉलर के निवेश की योजना रखी है. जून 2018 को खत्म वित्त वर्ष में पाकिस्तान ने चीन से 4 अरब डॉलर कर्ज लिया था. ) का भविष्य खतरे में पड़ सकता है. सीपीईसी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की महत्वाकांक्षी योजना बेल्ट ऐंड रोड इनिशिएटिव (BRI) का महत्वपूर्ण अंग है.
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इनपुट एजेंसी से
05:36 PM IST