WhatsApp को लेकर जुकरबर्ग का छलका दर्द, WhatsApp खुद तो कमाता नहीं और ऊपर से...
फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कंपनी के स्वामित्व वाले मैसेजिंग ऐप WhatsApp को लेकर अपनी चिंता जाहिर की है.
मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि डेटा लोकलाइजेशन एक जोखिम है (फोटो- रायटर्स).
मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि डेटा लोकलाइजेशन एक जोखिम है (फोटो- रायटर्स).
फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कंपनी के स्वामित्व वाले मैसेजिंग ऐप WhatsApp को लेकर अपनी चिंता जाहिर की है. उन्होंने माना कि WhatsApp लोकप्रिय तो बहुत है, हालांकि इससे कोई कमाई नहीं होती, साथ ही इसके चलते फेसबुक के दूसरे सोशल मीडिया ऐप पर भारतीयों द्वारा बिताया जाने वाला समय घट सकता है. यानी दूसरे ऐप से कंपनी को होने वाली आय भी घट सकती है. मार्क जुकरबर्ग ने बेंगलुरु में एक कॉन्फ्रैंस कॉल के जरिए विशेषज्ञों से ये बात कही.
डेटा सुरक्षा के बारे में मार्क जुकरबर्ग ने कहा, 'आपको मानना चाहिए कि हम संवेदनशील डेटा को उन देशों में नहीं रख सकते हैं जहां कमजोर कानून या प्रशासन के चलते उसके साथ छोड़छाड़ हो सकती है. हमारा मानना है कि डेटा लोकलाइजेशन एक जोखिम है. साथ ही अगर हम बड़े देशों में ब्लॉक किए गए तो इससे हमारी कम्युनिटी और हमारे कारोबार को नुकसान पहुंचेगा.' उन्होंने हालांकि इस संदर्भ में किसी खास देश का नाम नहीं लिया.
जुकरबर्ग ने कहा कि उनसे पूछा जाता है कि क्या व्हाट्सऐप जैसे प्राइवेट सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे अधिक सार्वजनिक प्लेटफार्म को रिप्लेस कर देंगे. उन्होंने कहा, 'प्राइवेट प्लेटफार्म के बढ़ने के साथ ही भारत जैसे देशों में जहां व्हाट्सऐप बेहद लोकप्रिय है, वहां हमने देखा है कि उसने अधिक सार्वजनिक प्लेटफार्म पर बिताए जाने वाले समय को हड़प लिया है.'
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उन्होंने कहा कि हालांकि दुनिया भर में ये पैटर्न देखा गया है कि लोग प्राइवेट और पब्लिक, दोनों तरह के प्लेटफार्म पर समय बिताना चाहते हैं. फेसबुक द्वारा व्हाट्सऐप का अधिग्रहण करने के पांच साल बाद भी ये मुनाफे में नहीं आ सका है.
11:36 AM IST