डेट Mutual Funds से जून में ₹92,248 करोड़ की हुई भारी निकासी, जानें क्या रही इसके पीछे की वजह
Mutual Funds Withdrawals June 2022: म्युचुअल फंड से मई में 32,722 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी हुई थी, जबकि अप्रैल में इनमें 54,756 करोड़ रुपये का निवेश आया था.
सेबी ने हाल ही में म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds) को फिर से विदेशी शेयरों में निवेश करने की परमिशन दे दी है.
सेबी ने हाल ही में म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds) को फिर से विदेशी शेयरों में निवेश करने की परमिशन दे दी है.
Mutual Funds Withdrawals June 2022: निश्चित इनकम वाली प्रतिभूतियों (सिक्योरिटीज) में निवेश करने वाले म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) से जून में 92,248 करोड़ रुपये की भारी निकासी हुई. ऐसा व्यापक आर्थिक माहौल में अनिश्चितता,ब्याज दर में बढ़ोतरी, उच्च जिंस कीमतों और वृद्धि में कमी के चलते हुआ है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के मुताबिक,इन म्युचुअल फंड से मई में 32,722 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी (Mutual Funds Withdrawals) हुई थी, जबकि अप्रैल में इनमें 54,756 करोड़ रुपये का निवेश आया था.
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सिर्फ इन फंड में ही निवेश आया
खबर के मुताबिक, समीक्षाधीन माह के दौरान 16 निश्चित इनकम या डेट फंड कैटेगरी में 14 से शुद्ध निकासी हुई. इस दौरान ओवरनाइट, लिक्विड और अति लघु अवधि के फंड जैसे सेगमेंट से भारी निकासी देखी गई. इस दौरान सिर्फ 10 साल की अवधि के गिल्ट फंड और लंबी अवधि के फंड में ही निवेश आया. महिलाओं के लिए भारत के पहले वित्तीय मंच एलएक्सएमई की संस्थापक प्रीति राठी गुप्ता ने कहा कि शुद्ध निकासी (Mutual Funds Withdrawals June 2022) से संकेत मिलता है कि रेपो दर में बढ़ोतरी और उच्च मुद्रास्फीति के चलते निवेशकों को निकट अवधि में धन की जरूरत है.
रेपो रेट में हाल में 0.90% की हुई बढ़ोतरी
भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल के समय में दो बार रेपो रेट में बढ़ोतरी कर दी. एक बार 0.40 प्रतिशत और दूसरी बार फिर 0.50 प्रतिशत का इजाफा कर दिया. यानी रेपो रेट यानी नीतिगत दर में हाल में कुल 0.90 प्रतिशत की तेजी आई है. इसके बाद ही ब्याज दरों में बढ़ोतरी होती चली गई और इसका असर देखने को मिल रहा है. डेट म्यूचुअल फंड (Mutual Funds Withdrawals June 2022) पर भी इसका अच्छा खासा असर देखने को मिल रहा है.
विदेशी शेयरों में निवेश करने की परमिशन
पूंजी बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने हाल ही में म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds) को फिर से विदेशी शेयरों में निवेश करने की परमिशन दे दी है.यह निवेश उद्योग के लिए सात अरब अमेरिकी डॉलर की कुल जरूरी लिमिट के भीतर किया जा सकेगा. यह फैसला इंटरनेशनल स्टॉक्स का मूल्यांकन नीचे आने को देखते हुए किया गया है. सेबी ने जनवरी में म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) घरानों से कहा था कि वे विदेशी शेयरों में निवेश करने वाली योजनाओं में नए ग्राहक बनाना बंद कर दें.
06:21 PM IST