Vodafone में गिरावट कितना बड़ा मौका? डबल अपग्रेड हुआ स्टॉक, बुल केस में ₹20 तक जा सकता है भाव
Vodafone Idea Share Price: वोडाफोन आइडिया में इस उठापटक ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म (Nomura) ने Vodafone Idea को डबल अपग्रेड किया है. सिटी (Citi) भी इस टेलीकॉम शेयर पर बुलिश है.
Vodafone Idea
Vodafone Idea
Vodafone Idea Share Price: सुप्रीम कोर्ट ने AGR मामले में याचिका खारिज होने के बाद शुक्रवार (20 सितंबर) को लगातार दूसरे दिन स्टॉक में कमजोरी है लेकिन बड़ी गिरावट नहीं आई और शेयर संभलता नजर आया. इससे पहले गुरुवार को शेयर में 20 फीसदी की बड़ी गिरावट आई थी. वोडाफोन आइडिया में इस उठापटक ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म (Nomura) ने Vodafone Idea को डबल अपग्रेड किया है. ब्रोकरेज का मानना है कि अब कंपनी का सबसे खराब दौर बीत चुका है. वहीं, ग्लोबल ब्रोकरेज सिटी (Citi) भी इस टेलीकॉम शेयर पर बुलिश है और बुल केस में 20 का टारगेट दिया है.
Nomura ने किया डबल अपग्रेड
नोमुरा ने वोडाफोन आइडिया की रेटिंग डबल अपग्रेड कर 'न्यूट्रल' से 'बाय' कर दी है. टारगेट 15 रुपये दिया है. ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी का सबसे खराब दौर अब समाप्त हो चुका है. AGR का ओवरहैंग खत्म चुका है. दमदार इंडस्ट्री आउटलुक के साथ स्टॉक में आए तेज करेक्शन इसमें खरीदारी का मौका है. सरकारी सहायता से VIL के फंड की कमी को कम किया जा सकता है.
वित्त वर्ष 2025-26 में वोडाफोन आइडिया के लिए 12% ARPU हाइक और कस्टमर लॉस के धीमें पड़ते ट्रेंड और वित्त वर्ष 2027 में रिकवरी का अनुमान है. इसमें अपसाइड रिस्क हो सकता है. FY24-FY27F के दौरान EBITDA 15% CAGR रह सकता है.
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
शुक्रवार (20 सितंबर) को शेयर में हल्की कमजोरी के साथ 10.32 पर कारोबार की शुरुआत हुई. गुरुवार को शेयर 10.38 पर बंद हुआ था. कल के कारोबार में स्टॉक 20 फीसदी टूट गया.
Vi: बुल केस में ₹20 तक जाएगा भाव
ग्लोबल ब्रोकरेज सिटी ने वोडाफोन आइडिया पर खरीदारी की सलाह दी है. टारगेट 22 से घटाकर 17 किया है. हालांकि, ब्रोकरेज ने बीयर केस टारगेट 8 और बुल केस टारगेट 20 दिया है.
AGR पर लगा तगड़ा झटका
सुप्रीम कोर्ट ने AGR मामले में याचिका खारिज कर दी. कंपनी चाहती थी कि AGR बकाया फिर से कैलकुलेट हो, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इससे इनकार कर दिया. इसका मतलब है कि अब कंपनी को पूरा बकाया AGR चुकाना होगा. इन क्यूरेटिव याचिकाओं में कंपनियों ने दावा किया था कि एजीआर बकाया राशि तय करने में कई गलतियां थीं, जो कुल 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा थीं.
(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में निवेश की सलाह ब्रोकरेज ने दी है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)
01:47 PM IST