Paytm IPO: कंपनी बोर्ड ने दी सैद्धांतिक मंजूरी, दिसंबर तक आ सकता है आईपीओ
Paytm IPO News: कंपनी अगर अपनी योजना के अनुरूप लक्ष्य हासिल करने में सफल रहती है तो यह देश में सबसे बड़े आईपीओ में से एक हो सकता है.
(representational Image)
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डिजिटल पेमेंट एंड फाइनेंशियल सर्विस प्रोवाइडर कंपनी पेटीएम (Paytm) के बोर्ड ने इस साल अक्तूबर-दिसंबर की तिमाही में आईपीओ के जरिए करीब 22,000 करोड़ रुपए जुटाने के प्रस्ताव को सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दे दी है. बाजार के जानकार एक सूत्र ने यह जानकारी दी. सूत्रों के अनुसार कंपनी का लक्ष्य है कि इस आईपीओ में बाजार उसके पूरे इंटरप्राइसज वैल्यू दो लाख करोड़ रुपये से जयादा आंके.
घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले एक सोर्स ने पीटीआई से कहा, "पेटीएम के निदेशक मंडल ने अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में बड़ा आईपीओ लाने के प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. कंपनी को इस आईपीओ से करीब 21,000-22,000 करोड़ रुपये का फंड जुटने की उम्मीद है. इससे मौजूदा निवेशकों को अपने कुछ शेयर बेचने का भी मौका मिलेगा."
बीते शुक्रवार को कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक हुई थी. इस बारे में संपर्क किए जाने पर पेटीएम के प्रवक्ता ने टिप्पणी करने से मना कर दिया. कंपनी अगर अपनी योजना के अनुरूप लक्ष्य हासिल करने में सफल रहती है तो यह देश में सबसे बड़े आईपीओ में से एक हो सकता है. देश में अब तक सबसे बड़ा आईपीओ कोल इंडिया का रहा है, जिसमें 15 हजार करोड़ रुपये जुटाए थे.
Paytm में विजय शेयर शर्मा की 14.67% हिस्सेदारी
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पेटीएम के शेयरधारकों में अलीबाबा का ऐंट ग्रुप (29.71 फीसदी), सॉफ्टबैंक विजन फंड (19.63 फीसदी), सैफ पार्टनर्स (18.56 फीसदी), विजय शेखर शर्मा (14.67 फीसदी) के हिस्सेदार हैं. एजीएच होल्डिंग, टी रोव प्राइस एवं डिस्कवरी कैपिटल और बर्कशायर हाथवे के पास कंपनी में कुल मिला कर 10 फीसदी से कम हिस्सेदारी है.
नवंबर 2019 में जुटाए थे 7000 करोड़
पेटीएम ने भारतीय डिजिटल पेमेंट सिस्टम में PhonePe, Google Pay, Amazon Pay और WhatsApp Pay की प्रतिस्पर्धा का डटकर सामाना किया है. देश के मर्चेंट पेमेंट्स में इसकी बाजार हिस्सेदारी सबसे अधिक है. पेटीएम ने नवंबर 2019 में 1 अरब डॉलर (7000 करोड़ रुपये से ज्यादा) की रकम अमेरिक एसेट मैनेजमेंट कंपनी टी रो प्राइस और मौजूदा निवेशकों से जुटाई थी. फिलहाल, पेटीएम की वैल्युएशन 16 अरब डॉलर से ज्यादा है. पेटीएम के फाउंडर और सीईओ विजय शेखर शर्मा पिछले एक साल से रेवेन्यू बढ़ाने और पेटीएम की सर्विसेज को मोनेटाइज करने की कोशिशों में लगे हैं. स्टार्टअप ने अपने बिजनेस को बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड, फाइनेंशियल सर्विसेज, वेल्थ मैनेजमेंट और डिजिटल वॉलेट में भी फैलाया है. बता दें, पेटीएम के 2 करोड़ से ज्यादा मर्चेंट पार्टनर हैं. महामारी के दौरान पेटीएम ट्रांजैक्शन में जोरदार तेजी आई है.
ये IPO भी आने को तैयार!
देश में कई नई कंपनियां अपना आईपीओ लाने की तैयारी कर रही हैं. इनमें पॉलिसीबाजार, नायका, डेलिवरी और मोबिक्विक शामिल हैं. अप्रैल में फूड डिलिवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो ने मार्केट रेग्युलेटर सेबी के पास आईपीओ के लिए आवेदन जमा कराए हैं. पेटीएम का आईपीओ सफल रहता है तो यह देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा. अभी तक कोल इंडिया का आईपीओ देश में सबसे बड़ा इश्यू रहा है. 2010 में कंपनी ने अब तक यह रेकॉर्ड कोल इंडिया के नाम है जिसने 2010 में आईपीओ के जरिए 15,200 करोड़ जुटाए थे.
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01:59 PM IST