देश के सबसे महंगे शेयर में हो सकता है बड़ा नुकसान, MRF पर क्यों न्यूट्रल हुआ ब्रोकरेज हाउस
MRF अपने रिकॉर्ड हाई से 21 फीसदी तक सस्ता हो चुका है. रुपये में इसकी कीमत रिकॉर्ड हाई से 21300 रुपये से ज्यादा कम हुई है. नतीजों के बाद शेयर पर दबाव देखने को मिल रहा है.
MRF के शेयर में शॉर्ट टर्म में गिरावट बढ़ सकती है. तिमाही नतीजों के बाद सेंटीमेंट कमजोर हुए हैं. (reuters)
MRF के शेयर में शॉर्ट टर्म में गिरावट बढ़ सकती है. तिमाही नतीजों के बाद सेंटीमेंट कमजोर हुए हैं. (reuters)
MRF Stock Price: कीमत के मामले में भारत का सबसे महंगा शेयर मद्रास रबड़ फैक्ट्री (MRF) अपने रिकॉर्ड हाई से 21 फीसदी तक सस्ता हो चुका है. रुपये में इसकी कीमत रिकॉर्ड हाई से 21300 रुपये से ज्यादा कम हुई है. सितंबर तिमाही के नतीजों के बाद शेयर पर दबाव और ज्यादा देखने को मिल रहा है. असल में वित्त वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही में MRF का फाइनेंशियल परफॉर्मेस अनुमान से कमजोर रहा है. सितंबर तिमाही का मुनाफा 54 फीसदी के करीब कम हो गया है. ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने तिमाही नतीजों के बाद MRF के शेयर पर न्यूट्रल रेटिंग दी है और टारगेट घटाकर 73700 रुपये कर दिया है.
शेयर में बड़े नुकसान की आशंका
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने MRF के स्टॉक पर न्यूट्रल रेटिंग दी है. शेयर के लिए टारगेट 73700 रुपये कर दिया है. शेयर का करंट प्राइस फिलहाल 77800 रुपये के करीब चल रहा है इस लिहाज से शेयर में 4000 रुपये से ज्यादा गिरावट की आशंका है. ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि कंपनी का प्रदर्शन अनुमान से कमजोर रहा है. हायर RM और अन्य खर्चों से कंपनी के मार्जिन पर असर हुआ है. RM कास्ट इनफ्लेशन ने नतीजों पर असर डाला है. ब्रोकरेज हाउस ने FY22E/FY23E के लिए कंपनी का EPS अनुमान 29%/14% घटा दिया है.
रेवेन्यू ग्रोथ कमजोर
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ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि पियर्स की तुलना में MRF का रेवेन्यू ग्रोथ कमजोर रहा है. 2QFY22 के लिए सालाना आधार पर रेवेन्यू, EBITDA और PAT में ग्रोथ 15%, -40% और -55% फीसदी रही है. जबकि वित्त वर्ष की पहली छमाही में रेवेन्यू ग्रोथ सालाना आधार पर 35% रही, जबकि EBITDA और PAT में सालाना आधार पर 16% और 18% गिरावट रही है. पियर्स की बात करें तो CEAT की रेवेन्यू ग्रोथ सालाना आधार पर 24% रही है. ग्रॉस मार्जिन घटकर 35.5% रहा है, जबकि इसके 38.5% पर रहने का अनुमान था. EBIDTA मार्जिन सालाना आधार पर 980bps घटकर 10.6% रहा है.
वैल्युएशन
ब्रोकरेज हाउस के अनुसार MRF की सेक्टर में कॉम्पिटिविट पोजिशनिंग कुछ साल में कमजोर हुई है. कैपेक्स पर भी इसका असर पड़ा है. इससे रिटर्न रेश्यो प्रभावित हुआ है. हालांकि इंडस्ट्री के लिए प्राइसिंग एन्वायरमेंट स्टेबल है और सभी कंपनियां कीमत बढ़ा रही हैं. MRF की बात करें तो FY22-end के अंत से करकवरी आती दिख रही है. करंट वैल्युएशन के लिहाज से ब्रोकरेज ने शेयर पर न्यूट्रल रेटिंग दिया है.
निवेशकों के लिए रहा है मल्टीबैगर
MRF का स्टॉक वैसे निवेशकों के लिए मल्टीबैगर साबित हुआ है. शेयर के पिछले प्रदर्शन पर नजर डालें तो यह लिस्टिंग के बाद से निवेशकों के लिए करोड़पति शेयर साबित हुआ है. MRF की शुरूआत 1946 में हुई थी. जबकि कंपनी का शेयर अप्रैल 1993 में शेयर बाजार में लिस्ट हुआ था. उस साल शेयर का भाव 10 रुपये था. आज यानी 12 नवंबर 2021 के कारोबार में शेयर 77800 रुपये के भाव तक पहुंच गया. इस साल की बात करें तो शेयर 98600 रुपये तक महंगा हो चुका है. कंपनी ने 1962 में एमआरएफ ने टायर बनाना शुरू किया. 1973 में कंपनी ने देश का पहला रेडियल टायर पेश किया. आज एमआरएफ का मार्केट कैप 34650 करोड़ रुपये है.
(Disclaimer: यहां शेयर में निवेश को लेकर सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह जी बिजनेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)
01:19 PM IST