अगले सप्ताह फैक्ट्री से निकल सकती है देश की सबसे आधुनिक रेलगाड़ी
16 डिब्बों की इस रेलगाड़ी में 2 एक्जीक्यूटिव क्लास के डिब्बे हैं. एक्जीक्यूटिव क्साल के डिब्बों में 52 सीटें और अन्य कोचों में 78 सीटें हैं.
Train 18 की अधिकतम गति 160 किलोमीटर प्रति घटा होगी. यह गाड़ी देश की सबसे तेज चलने वाली गाड़ी होगी.
Train 18 की अधिकतम गति 160 किलोमीटर प्रति घटा होगी. यह गाड़ी देश की सबसे तेज चलने वाली गाड़ी होगी.
देश की सबसे आधुनिक रेलगाड़ी Train 18 अगले सप्ताह रेलवे की चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) से बाहर आ सकती है. हाल ही में इस गाड़ी को रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्वनी लोहानी ने झंडी दिखाई थी. लेकिन इस गाड़ी में कुछ काम बाकी होने व कुछ तकनीकी परीक्षणों के लिए इसे फिलहाल फैक्ट्री में ही रखा गया था. फिलहाल इस गाड़ी के कुछ परीक्षण फैक्ट्री के अंदर ही किए जा रहे हैं. कोच फैक्ट्री के कर्मी व रेलवे के शोध संस्थान RDSO के अधिकारियों की मौजूदगी में इस गाड़ी के परीक्षण किए जा रहे हैं.
फैक्ट्री के बाहर इस रेलगाड़ी का परीक्षण उत्तर रेलवे के मुरादाबाद मंडल में होना है. इसके लिए मुरादाबाद से सहारनपुर के बीच लगभग 100 किलोमीटर की रेल लाइन चिन्हित भी की जा रही है. यहां पर RDSO के अधिकारियों की मौजूदगी में इस गाड़ी का परीक्षण किया जाना है. इस परीक्षण के दौरान गाड़ी की कई तकनीकी पहलुओं पर जांच की जाएगी. इसमें देखा जाएगा कि पटरियों पर घुमाव के दौरान गाड़ी किस गति से मुड़ सकती है. गाड़ी के चलने के दौरान कोई झटका तो नहीं लगता है.
आधुनिक रेलगाड़ी की खूबियां
Train 18 की अधिकतम गति 160 किलोमीटर प्रति घटा होगी. यह गाड़ी देश की सबसे तेज चलने वाली गाड़ी होगी. इन गाड़ियों को शताब्दी रेलगाड़ियों की जगह पर चलाया जाएगा. रेलवे के अधिकारियों के अनुसार Train 18 शताब्दी गाड़ियों की तुलना में 15 फीसदी से अधिक समय बचाएगी.
Train 18 भारतीय रेलवे का और देश में चलने वाला पहला ट्रेन सेट है. यह गाड़ी 16 डिब्बों की हैं. हर 4 डिब्बे एक सेट में हैं. ट्रेन सेट होने के चलते इस गाड़ी के दोनों ओर इंजन हैं. इंजन भी मेट्रो की तरह छोटे से हिस्से में हैं. ऐसे में इंजन के साथ ही बचे हिस्से में 44 यात्रियों के बैठने की जगह है.
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इंटीग्रल कोच फैक्ट्री के महाप्रबंधक सुधांशू मनी के अनुसार Train 18 को विकसित करने में 100 करोड़ रुपये का खर्च आया है. इस गाड़ी को यदि बाहर से आयात किया जाता तो 200 करोड़ रुपये से अधिक का खर्च आता है. रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार गाड़ी के नियमित तौर पर उत्पादन के दौरान गाड़ी की लागत काफी काफी कम हो जाएगी.
16 डिब्बों की इस रेलगाड़ी में 2 एक्जीक्यूटिव क्लास के डिब्बे हैं. एक्जीक्यूटिव क्साल के डिब्बों में 52 सीटें और अन्य कोचों में 78 सीटें हैं. इस गाड़ी में लगी सीटें 360 डिग्री तक घूम जाती हैं. वहीं इस गाड़ी में सेंसर लगे हैं जो गाड़ी में यात्रियों की संख्या के अनुसार गाड़ी के अंदर एसी का तापमान मेंटेन करते हैं.
04:38 PM IST