रेलवे के अनाक्षित टिकट लेने में ये लोग करेंगे मदद, रेलवे ने 2020 तक की व्यवस्था
रेलवे स्टेशनों पर एटीवीएम (ऑटोमैटिक टिकट वेंडिंग मशीन) के जरिए अनारक्षित टिकट लेने में रेल यात्रियों की मदद के लिए स्टेशनों पर लगे हुई एटीवीएम मशीनों पर 01 मार्च 2010 तक के लिए फैसिलिटेटरों की नियुक्त की घोषणा रेलवे की ओर से की गई है.
रेलवे ने 2020 तक एटीवीएम मशीनों पर फैसिलिटेटर्स की नियुक्त की (फाइल फोटो)
रेलवे ने 2020 तक एटीवीएम मशीनों पर फैसिलिटेटर्स की नियुक्त की (फाइल फोटो)
रेलवे स्टेशनों पर एटीवीएम (ऑटोमैटिक टिकट वेंडिंग मशीन) के जरिए अनारक्षित टिकट लेना और आसान हो जाएगा दरअसल रेलवे ने रेल यात्रियों की मदद के लिए स्टेशनों पर लगे हुई एटीवीएम मशीनों पर 01 मार्च 2010 तक के लिए फैसिलिटेटरों की नियुक्त की घोषणा की है. ये फैसिलिटेटर रेल यात्रियों को इन मशीनों से टिकट निकालने में मदद करेंगे.
एटीवीएम से टिकट के लिए लेना होगा स्मार्ट कार्ड
एटीवीएम मशीन के जरिए रेल यात्री कभी भी अनारक्षित टिकट खरीद कर यात्रा कर सकते हैं. एटीवीएम से टिकट लेने के लिए यात्रियों को सबसे पहले टिकट काउंटर से स्मार्ट कार्ड लेना होगा. स्मार्ट कार्ड एक बार लेने के बाद इसे कभी भी रिचार्ज कराया जा सकेगा. इस कार्ड के जरिए ही टिकट के पैसे का भुगतान होता है.
मशीन से ऐसे खरीदें टिकट
एटीवीएम मशीन के जरिए टिकट लेने के लिए सबसे पहले यात्री को एटीवीएम मशीन की स्क्रीन के जरिए भाषा का चयन करना होगा. इसके बाद अपको स्क्रीन पर दिए गए विकल्पों के जरिए यह बताना होगा कि आपको कहां से कहां तक की यात्रा करनी है. इसके बाद आपको यह दर्ज करना होगा कि कितने लोगों का टिकट लेना है. इन जानकारियों को मशीन में डालने के बाद आपको प्रिंट का विकल्प दबाना होगा. स्मार्ट कार्ड मशीन में लगाने पर आपका किराया कार्ड के जरिए कट जाएगा. आपको प्रिंटेड टिकट मशीन के जरिए प्राप्त हो जाएगा.
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क्या है एटीवीएम का फायदा
एटीवीएम मशनों का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यात्रियों को अनाक्षित टिकट लेने के लिए टिकट काउंटरों पर लम्बी लाइन नहीं लगानी होती है. यात्री बेहद आसानी से इन मशीनों के जरिए टिकट ले सकता है.
रिटायर्ड रेल कर्मियों की हो रही नियुक्ति
रेलवे की ओर से रेलवे के रिटायर्ड रेल कर्मियों को ही एटीवीएम मशीनों पर फैसिलिटेटर के तौर पर नियुक्त किया जा रहा है. इसके लिए देश भर में रेलवे के रिटायर्ड कर्मचारियों से आवेदन मांगे गए हैं. आवेदन करने के लिए कर्मचारी की आयु 65 साल से कम होनी चाहिए. मंडल कार्यालय में अपने दस्तावेज देने के बाद उन्हें कामर्शियल विभाग की तरफ से एक पहचान पत्र जारी किया जाएगा इस पहचान पत्र के आधार पर ही ये कर्मचारी एजेंट के तौर पर काम करेंगे.
फेसिलिटेटर को मिलेगी कमीशन
रेल यात्रियों को अनारक्षित टिकट लेने में मदद करने के लिए रेलवे की ओर तैनात किए गए फैसिलिटेटर को हर टिकट की बिक्री पर रेलवे की तरफ से 5 फीसदी कमीशन दिया जाएगा. एक फेसिलिटेटर 08 घंटे काम करेगा. इन फैसिलिटेटरों के पास स्मार्ट कार्ड भी होता है जिसके जरिए वो यात्रियों को टिकट दिलाने में मदद करते हैं.
05:13 PM IST