Exclusive: प्राइवेट पैसेंजर ट्रेन के बाद रेलवे की प्राइवेट फ्रेट ट्रेन चलाने की तैयारी, जानिए प्लान
रेलवे मंत्रालय प्राइवेट फ्रेट या प्राइवेट माल गाड़ी ट्रेन चलाने के लिए नई नीति पर विचार कर रहा है. रेलवे डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) पर प्राइवेट फ्रेट ट्रेन चलाने पर विचार कर रहा है.
रेलवे प्राइवेट मालगाड़ियां चलाने पर कर रहा है विचार ( फोटो- भारतीय रेलवे )
रेलवे प्राइवेट मालगाड़ियां चलाने पर कर रहा है विचार ( फोटो- भारतीय रेलवे )
रेलवे मंत्रालय प्राइवेट फ्रेट या प्राइवेट माल गाड़ी ट्रेन चलाने के लिए नई नीति पर विचार कर रहा है. रेलवे डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) पर प्राइवेट फ्रेट ट्रेन चलाने पर विचार कर रहा है. प्राइवेट फ्रेट ट्रेन के लिए तैयार की जा रही नई पॉलिसी में प्राइवेट प्लेयर को आकर्षित करने के लिए कई खास कदमों को शामिल किया जा सकता है
रेलवे डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर तैयार कर रहा है. 2800 किमी के डीएफसी ( वेस्टर्न और ईस्टर्न डीएफसी) पर सिर्फ मालगाड़ियां चलाई जाएंगी. रेलवे इनमें कुछ प्राइवेट मालगाड़ी चलाने पर भी विचार कर रहा है. इसके लिए रेलवे स्टील, IRON ORE, टेक्सटाइल, ऑटो जैसे बड़े सेक्टर के दिग्गज प्लेयर को आकर्षित करने की है तैयारी कर रहा है.
आने वाले समय में भारतीय रेलवे के डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर पर टाटा, अडानी, महिंद्रा, मारुति, जैसे प्लेयर्स की प्राइवेट मालगाड़ियां चलती देखी जा सकती हैं. मार्च 2021 तक 1100 किमी का डीएफसी ट्रैक तैयार हो जाएगा. इसपर ट्रेन दौड़नी भी शुरू हो जाएगी. मार्च 2022 तक पूरे 2800 किमी के डीएफसी ट्रैक को तैयार कर चालू करने का है लक्ष्य रखा गया है.
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सूत्रों के मुताबिक अगर LONG TERM CONTRACT करते हैं तो ई कॉमर्स कंपनियां जैसे अमेज़न या फ्लिपकार्ट भी प्राइवेट फ्रेट ट्रेन चलाने के लिए आगे आ सकती हैं. अभी भी भारतीय रेलवे में प्राइवेट फ्रेट ट्रेन या प्राइवेट कंटेनर चलाने का प्रावधान है. लेकिन अभी तक सिर्फ COAL या STEEL के बड़े प्लेयर ही बहोत कम संख्या में पूरी ट्रेन या सभी कंटेनर बुक करते हैं. ज़्यादा प्राइवेट प्लेयर इसमें शामिल नहीं है. SAIL , जिंदल जैसी कंपनियां ही अभी तक ज़्यादातर ट्रेन लेती हैं.
04:15 PM IST