मुनाफा बढ़ाने के लिए कहां करें निवेश, कैसे मिले ज्यादा रिटर्न, जानें यहां
टैक्स बचाने के लिए जब हम निवेश कर रहे हैं तो ऐसा निवेश चुनें जो हमें आमदनी भी कराए.
Investment Planning: आम बजट पेश किया जा रहा है. बहुत से लोग ऐसे हैं जो बजट देखकर अपनी फाइनेंसिंग प्लानिंग तैयार करेंगे. बीते साल कोरोना काल में हमने बहुत कुछ गंवाया है. तमाम लोगों के रोजगार बंद हो गए, नौकरियां छिन गई, जो लोग नौकरी पर बने रहे उनकी सैलरी कम हो गई, और न जानें क्या-क्या मुसीबत झेली हैं.
अब जब हम कोरोना महामारी के दंश से उबर रहे हैं, हालात काफी कुछ सामान्य हो गए हैं, ऐसे में हमें अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग को भी नए सिरे से बनाना होगा और उसमें ज्यादा बचत, ज्यादा रिटर्न पर फोकस करना होगा.
ज़ी बिजनेस के मार्केट एक्सपर्ट टैक्स सेविंग्स के साथ-साथ फाइनेंशियल प्लानिंग के बारे में भी बता रहे हैं.
निवेश और टैक्स बचत (Investment and Tax Saving)
टैक्स बचाने का समय चल रहा है. टैक्स बचाने के लिए हमारे पास निवेश करने का अभी वक्त है. टैक्स की सहीं प्लानिंग करेंगे तो टैक्स बचने के साथ मुनाफा भी मिलेगा. सबसे पहले अपनी टैक्स देनदारी की गणना कर लें. अब इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के तहत जरूरत के मुताबिक सही इंस्ट्रूमेंट चुनें और उसमें निवेश करें.
टैक्स सेविंग के साथ मुनाफा
टैक्स बचाने के लिए जब हम निवेश कर रहे हैं तो ऐसा निवेश चुनें जो हमें आमदनी भी कराए. इसके लिए म्यूचुअल फंड की इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS) बेहतर विकल्प है.
ELSS में निवेश सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है. इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम में 3 साल का लॉक-इन पीरियड भी है. इसमें SIP के जरिए निवेश करना बेहतर होता है.
म्यूचुअल फंड में निवेश (Invest in Mutual Funds)
फाइनेंशिय प्लानिंग के समय लक्ष्यों के मुताबिक निवेश और एसेट अलोकेशन बनाए रखें. गोल के नजदीक हैं तो ही पोर्टफोलियो को रीबैलेंस करें. मिड और स्मॉलकैप के लार्जकैप से बेहतर करने की उम्मीद करें. यहां आपको मिड और स्मॉलकैप में एलोकेशन बढ़ाने की सलाह दी जाती है. एलोकेशन करने में दिक्कत तो लार्ज और मिडकैप फंड लें.
पोर्टफोलियो में फोकस्ड फंड (focused fund in portfolio)
कोरोना काल में भी कुछ फोकस्ड फंड ने अच्छा परफॉर्म किया था. जब पूरी दुनिया डूब रही थी, तो कुछ फंड अच्छा रिटर्न दे रहे थे. डायवर्सिफाइड फंड के मुकाबले इनका बेहतर प्रदर्शन रहा. फोकस्ड फंड अपने स्तर पर डायवर्सिफाइड होते हैं. इसलिए पोर्टफोलियो में फोकस्ड फंड शामिल कर सकते हैं.
रिटायरमेंट के लिए प्लानिंग (retirement planning)
फाइनेंशियल प्लानिंग में रिटायरमेंट प्लानिंग भी जरूर रखें. रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए एक्सपर्ट बताते हैं कि पहली सैलरी से रिटायरमेंट प्लानिंग शुरू कर देनी चाहिए. क्योंकि जितना जल्दी निवेश शुरू करेंगे, उतनी ज्यादा रकम बनेगी.
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07:00 AM IST