PPF इन्वेस्टर्स को फिर झटका, 12 तिमाही से ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं; जानें अन्य स्कीम्स पर लेटेस्ट इंटरेस्ट रेट्स
एकबार फिर से Public Provident Fund के निवेशकों को झटका लगा है. सरकार ने फिर से PPF की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. 12 तिमाही से यह 7.1 फीसदी पर स्थिर है. सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम्स पर अब 8.2 फीसदी का बंपर ब्याज मिलेगा.
एकबार फिर से पब्लिक प्रोविडेंड फंड के निवेशकों का सपना चकनाचूर हो गया. लगातार 12वीं तिमाही में PPF पर मिलने वाली ब्याज दरों (Provident Fund interest rate) में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया. वित्त मंत्रालय की तरफ से आज स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स के लिए इंटरेस्ट रेट में रिविजन किया गया है. नई ब्याज दर 1 अप्रैल 2023 से लागू होगी जो 30 जून 2023 तक वैलिड रहेगी. PPF पर ब्याज दरों को 7.1 फीसदी पर बरकरार रखने का फैसला किया गया है. 1 अप्रैल 2020 से ही पब्लिक प्रोविडेंड फंड पर ब्याज दरें 7.1 फीसदी बरकरार है.
सीनियर सिटीजन्स सेविंग स्कीम पर 8.2 फीसदी का ब्याज
फाइनेंस मिनिस्ट्री की तरफ से जो रिलीज जारी किया गया है उसके मुताबिक, सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम्स पर ब्याज दरों को अगली तिमाही (1 अप्रैल 2023 से 30 जून 2023) के लिए 8 फीसदी से बढ़ाकर 8.2 फीसदी कर दिया गया है. मंथली इनकम अकाउंट यानी MIS स्कीम के लिए ब्याज दरों को 7.1 फीसदी से बढ़ाकर 7.4 फीसदी कर दिया गया है.
#BreakingNews| अप्रैल-जून के लिए सरकार ने छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की
— Zee Business (@ZeeBusiness) March 31, 2023
🔸किसान विकास पत्र पर ब्याज दर बढ़कर 7.5% हुई
🔸#PPF पर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं
🔸PPF पर ब्याज दर बिना बदलाव के 7.1% बरकरार#InterestRate @pandeyambarish pic.twitter.com/FrOi5B6Peq
सुकन्या समृद्धि योजना पर अब 8 फीसदी का ब्याज
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पर अब 7 फीसदी की जगह 7.7 फीसदी का ब्याज मिलेगा. यह सबसे बड़ी बढ़ोतरी है. PPF पर इंटरेस्ट रेट को 7.1 फीसदी पर बरकरार रखा गया. किसान विकास पत्र पर ब्याज दरों को 7.2 फीसदी से बढ़ाकर 7.5 फीसदी कर दिया गया है. सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत ब्याज दरों को 7.6 फीसदी से बढ़ाकर 8 फीसदी कर दिया गया है.
PPF स्कीम पर टैक्स में ट्रिपल बेनिफिट
TRENDING NOW
PPF निवेश के लिहाज से शानदार स्कीम मानी जाती है. यह EEE कैटिगरी के अंतर्गत आता है. निवेश करने पर सेक्शन 80सी के तहत डिडक्शन का लाभ मिलता है. रिटर्न और मैच्योरिटी भी पूरी तरह टैक्स फ्री होता है. ब्याज का फैसला हर तिमाही लिया जाता है. ब्याज का कैलकुलेशन सालाना कम्पाउंड आधार पर होता है. एक वित्त वर्ष में मिनिमम 500 रुपए और मैक्सिमम 1.5 लाख रुपए निवेश किया जा सकता है. इसकी मैच्योरिटी 15 सालों की होती है.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
05:56 PM IST