FD Vs MSSC: बैंक या पोस्ट ऑफिस में दो साल की FD या MSSC में निवेश, महिलाओं के लिए कौन सा ऑप्शन है बेस्ट?
महिलाओं के लिए सरकार खास डिपॉजिट स्कीम चलाती है, इस स्कीम में महिलाओं को काफी अच्छा ब्याज दिया जाता है. यहां जानिए ऐसे में महिलाओं के लिए FD और MSSC में से किस स्कीम का चुनाव करना बेहतर है.
निवेश के मामले में फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit-FD) हमेशा से लोगों का पसंदीदा ऑप्शन रहा है. आज भी बेशक इससे बेहतर रिटर्न देने वाले कई ऑप्शंस हैं, लेकिन सुरक्षित निवेश को पसंद करने वाले अक्सर एफडी का चुनाव करना पसंद करते हैं. लेकिन अगर किसी महिला को दो साल के लिए निवेश के लिए बेहतर विकल्प की तलाश हो तो वो एफडी की बजाय MSSC यानी महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट के तहत निवेश कर सकती हैं. इस स्कीम में उन्हें FD की तुलना में काफी अच्छा रिटर्न मिल सकता है.
2 साल के डिपॉजिट पर कहां मिल रहा कितना ब्याज?
- पोस्ट ऑफिस में ब्याज- 7.0%
- स्टेट बैंक में ब्याज- 6.80%
- केनरा बैंंक में ब्याज- 6.85%
- बैंक ऑफ इंडिया में ब्याज- 7.25%
- बैंक ऑफ बड़ौदा में ब्याज- 6.75%
- पंजाब नेशनल बैंक में ब्याज- 6.80%
- महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट में ब्याज- 7.5%
MSSC या FD किस स्थिति में कौन सा ऑप्शन बेहतर?
MSSC भी एक डिपॉजिट स्कीम है जो खासतौर से महिलाओं के लिए शुरू की गई है, ताकि उनकी बचत को प्रोत्साहन दिया जा सके.इस स्कीम में कम से कम 1000 रुपए से निवेश की शुरुआत की जा सकती है, लेकिन अधिकतम निवेश की सीमा तय की गई है. महिलाएं इस स्कीम में अधिकतम 2 लाख रुपए का निवेश कर सकती हैं. ऐसे में अगर 2 लाख तक की रकम निवेश करना है तो मौजूदा समय में महिलाओं के लिए ये स्कीम दो साल के टेन्योर वाली एफडी से बेहतर साबित होगी. लेकिन अगर निवेश करने वाला अमाउंट 2 लाख से ज्यादा है, तब आप MSSC में इन्वेस्टमेंट नहीं कर पाएंगीं. इस स्थिति में आप एफडी या कोई अन्य विकल्प चुन सकती हैं.
कहां खुलेगा खाता?
पोस्ट ऑफिस या अधिकृत बैंकों में कोई भी महिला अपना MSSC के तहत अकाउंट ओपन करवा सकती हैं. 18 साल से कम उम्र की लड़कियों के लिए उनके माता-पिता इस खाते को खुलवा सकते हैं. अकाउंट ओपन करवाते समय आपको फॉर्म-1 भरना होगा, साथ ही केवाईसी डॉक्यूमेंट्स जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड और कलरफुल फोटो आदि की जरूरत पड़ेगी. इस स्कीम का फायदा साल 2025 तक उठाया जा सकता है.
दो साल से पहले रकम की जरूरत पड़े तो?
TRENDING NOW
अगर आप अकाउंट से मैच्योरिटी पीरियड से पहले रकम निकालना चाहती हैं, तो ये सुविधा आपको 1 साल बाद मिल जाती है.अगर आपको बीच में ही पैसों की जरूरत पड़ जाए तो 1 साल पूरा होने के बाद आप जमा किए गए पैसों का 40 फीसदी तक निकाल सकती हैं.
अगर खाताधारक गंभीर रूप से बीमार पड़ जाए या उसकी मौत हो जाए तो महिला सम्मान बचत पत्र योजना का अकाउंट खाता खुलवाने की छह महीने बाद बंद कराया जा सकता है. लेकिन इस स्थिति में ब्याज दर में 2% कम करके पैसा वापस मिलता है. ऐसे में 5.5 फीसदी के हिसाब से ब्याज मिलेगा.
04:14 PM IST