New Wage Code: आ गई फाइनल डेट! राज्यों को मिली बड़ी छूट, जानें आपकी सैलरी से जुड़े इस कानून पर ताजा अपडेट
New wage code 2022 latest news: सूत्रों की मानें तो केंद्र सरकार न्यू वेज कोड को नोटिफाई (New Wage Code Notification) करने को तैयार है. केंद्र सरकार बिना राज्यों की सहमति के नोटिफिकेशन जारी नहीं करना चाहती.
New wage code 2022 latest news: नया लेबर कोड यानी न्यू वेज कोड (New wage code) कब से लागू होगा? ये सवाल ज्यादातर नौकरीपेशा के मन में उछाल मार रहा है. 1 अप्रैल 2021 से लागू होने वाले इस कोड को लगातार आगे बढ़ाया जा रहा है. कई तरह की अटकलें हैं. लेकिन, सरकार ने अभी तक औपचारिक रूप से कोई डेडलाइन नहीं दी है. हालांकि, श्रम मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, 1 अक्टूबर 2022 से इसे लागू करने की प्लानिंग चल रही है. नया वेज कोड आने से कई तरह के बदलाव होंगे. आइये जानते हैं क्या है आपके लिए अपडेट...
चरणों में लागू होगा New Wage Code
सूत्रों की मानें तो न्यू वेज कोड (New Wage Code 2022) को अक्टूबर से लागू किया जा सकता है. लेकिन, इसे सीधे तौर पर लागू नहीं किया जाएगा. इसे सिलसिलेवार ढंग से लागू किया जाएगा. मतलब 1 अक्टूबर 2022 से पहले इसके लिए नोटिफिकेशन जारी हो जाएगा. 1 अक्टूबर 2022 से इसे लागू माना जाएगा. लेकिन, राज्यों को इसमें ढ़ील दी गई है. राज्य अपने स्तर पर थोड़ा लेट भी लागू कर सकते हैं. हालांकि, अंतिम डेडलाइन तैयार की जाएगी.
अक्टूबर से लागू हो सकता है न्यू वेज कोड
सूत्रों की मानें तो केंद्र सरकार न्यू वेज कोड को नोटिफाई (New Wage Code Notification) करने को तैयार है. केंद्र सरकार बिना राज्यों की सहमति के नोटिफिकेशन जारी नहीं करना चाहती. इसलिए राज्यों को अलग-अलग चरणों में इसे लागू करने की छूट होगी. ड्राफ्ट रूल्स लगभग तैयार कर लिए गए हैं. अक्टूबर 2022 से न्यू वेज कोड (New Wage Code) लागू किया जा सकता है.
New wage code क्या है?
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सरकार ने 29 केंद्रीय लेबर कानूनों को मिलाकर 4 नए कोड (New Wages Code) बनाए हैं. इनमें इंडस्ट्रियल रिलेशंस कोड, कोड ऑन ऑक्यूपेशनल सेफ्टी, हेल्थ एंड वर्किंग कंडीशंस कोड (OSH), सोशल सिक्योरिटी कोड और कोड ऑन वेजेज शामिल हैं. लेकिन, सबसे बड़ा बदलाव ‘वेज’ की परिभाषा का है. इसमें विस्तार किया गया है. नए लेबर कोड का मकसद कंसोलिडेशन पर है. सैलरी का 50 फीसदी सीधे तौर पर वेजेज में शामिल होगा. बता दें, संसद से श्रम सुधारों से जुड़े नए कानून पास हो चुके हैं. अब इन्हें लागू करना है.
कैसे बदल जाएगा Salary स्ट्रक्चर?
न्यू वेज कोड एक्ट 2019 (New Wage Code Act 2019) के मुताबिक, किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी कंपनी की लागत (Cost To Company-CTC) के 50 परसेंट से कम नहीं हो सकती है. अभी कई कंपनियां बेसिक सैलरी को काफी कम करके ऊपर से भत्ते ज्यादा देती हैं ताकि कंपनी पर बोझ कम पड़े. न्यू वेज कोड लागू होने से कर्मचारियों का सैलरी स्ट्रक्चर पूरी तरह बदल जाएगा. कर्मचारियों की 'Take Home Salary' घट जाएगी, क्योंकि Basic Pay बढ़ने से कर्मचारियों का PF ज्यादा कटेगा यानी उनका भविष्य ज्यादा सुरक्षित हो जाएगा.
छुट्टियां, पेंशन और वर्किंग आवर के नियम बदलेंगे
EPFO बोर्ड मेंबर और भारतीय मजदूर संघ के जनरल सेक्रेटरी विरजेश उपाध्याय के मुताबिक, कर्मचारियों के लिए सोशल सिक्योरिटी (Social Security) काफी अहम है. इसमें कई अहम पहलू हैं. कर्मचारियों के काम के घंटे, सालाना छुट्टियां, पेंशन, PF, टेक होम सैलरी, रिटायरमेंट जैसे अहम मुद्दे पर नियमों में बदलाव होना है.
PF, Gratuity में भी होगा बदलाव
प्रोविडेंट फंड (Provident Fund) के साथ ग्रेच्युटी (Gratuity) में भी योगदान बढ़ेगा. टेक होम सैलरी जरूर घटेगी लेकिन कर्मचारी को रिटायरमेंट पर ज्यादा रकम मिलेगी. असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए भी न्यू वेज कोड (New wage Code 2022) लागू होगा. सैलरी और बोनस से जुड़े नियम बदलेंगे और हर इंडस्ट्री और सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों की सैलरी में समानता आएगी.
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08:10 AM IST