सुप्रीम कोर्ट के फैसले का असर, 'Aadhaar' बनवाने वालों की संख्या में आई बड़ी गिरावट
आधार से सत्यापन की संख्या में भी इस साल मार्च की तुलना में नवंबर में 27 फीसदी गिरावट आई और यह नवंबर में गिरकर 8.24 करोड़ रह गई. मार्च में यह संख्या 100.12 करोड़ थी.
करीब 1.30 करोड़ का आधार बनना अभी बाकी है
करीब 1.30 करोड़ का आधार बनना अभी बाकी है
आधार को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. बीते माह नवंबर में देशभर में आधार बनवाने और इससे सत्यापन में भारी गिरावट देखने को मिली है. इन दोनों मामलों में इस साल नवंबर में सबसे ज्यादा गिरावट आई है. UIDAI के ऑनलाइन डैशबोर्ड के मुताबिक, पिछले माह महज करीब 866,000 नए आधार ही बने, जबकि जनवरी में यह संख्या 70.40 लाख थी. अक्टूबर में यह संख्या 20.20 लाख थी. इसी तरह आधार से सत्यापन की संख्या में भी इस साल मार्च की तुलना में नवंबर में 27 फीसदी गिरावट आई और यह नवंबर में गिरकर 8.24 करोड़ रह गई. मार्च में यह संख्या 100.12 करोड़ थी.
ई-केवाईसी में सत्यापन घटा
ई-केवाईसी में आधार आधारित सत्यापन की संख्या नवंबर में घटकर 1.54 करोड़ रह गई, जो मार्च में 3.70 करोड़ थी. सुप्रीम कोर्ट ने 26 सितंबर को हालांकि आधार की संवैधानिकता को बरकरार रखा, लेकिन इसके इस्तेमाल को सीमित करने का आदेश दिया. इसे सरकार की तरफ से दी जा रही सब्सिडी और निश्चित सेवाओं के लिए तो मान्य किया लेकिन बैंक अकाउंट और मोबाइल सिम के लिए इसे जरूरी नहीं माना. इसके अलावा, सुप्रीम कोर्ट ने स्कूल एडमिशन और परीक्षा में भी इसकी अनिवार्यता पर रोक लगा दी.
आंकड़ों में आधार के इस्तेमाल में गिरावट
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
महीना 2018 नया आधार सत्यापन संख्या
नवंबर 0.86 मिलियन 824 मिलियन
अक्टूबर 2.21 मिलियन 876 मिलियन
सितंबर 2.52 मिलियन 896 मिलियन
मार्च 3.79 मिलियन 1125 मिलियन
जनवरी 7.37 मिलियन 1,093 मिलियन
1.22 अरब लोगों को आधार जारी
आधार जारी करने वाले संस्थान UIDAI के रिकॉर्ड के मुताबिक, देश में 1.22 अरब लोगों को आधार जारी कर दिया गया है. जो बचे हैं उनमें अधिकांश बच्चे हैं और करीब 1.30 करोड़ का आधार बनना अभी बाकी है. इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक, एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि आधार में इस तरह की गिरावट स्वाभाविक थी, क्योंकि मोबाइल सिम और बैंक अकाउंट के लिए आधार की अनिवार्यता खत्म हो गई है.
12:22 PM IST