PM Kisan: सालाना 6000 रु किस्त के लिए कैसे शॉर्टलिस्ट किया जाता है नाम, ये है प्रॉसेस
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan) के तहत सरकार छोटे किसानों को 1 साल के दौरान 3 किस्तों में 6000 रुपये की मदद करती है. हर किस्त में किसानों के खाते में 2000 रुपये ट्रांसफर किए जाते हैं.
पीएम किसान में लाभार्थी बनने के लिए कुछ शर्तें हैं, जिन्हें पूरी करनी होती है. उसके बाद इस इस योजना में किसका नाम तय होगा या नहीं इसके लिए भी एक पूरी प्रक्रिया है.
पीएम किसान में लाभार्थी बनने के लिए कुछ शर्तें हैं, जिन्हें पूरी करनी होती है. उसके बाद इस इस योजना में किसका नाम तय होगा या नहीं इसके लिए भी एक पूरी प्रक्रिया है.
PM Kisan Samman Nidhi: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan) के तहत सरकार छोटे किसानों को 1 साल के दौरान 3 किस्तों में 6000 रुपये की मदद करती है. हर किस्त में किसानों के खाते में 2000 रुपये ट्रांसफर किए जाते हैं. मौजूदा समय में इस योजना ने करीब 11 करोड़ किसान जुड़ चुके हैं. अबतक किसानों को 8 किस्त के पैसे ट्रांसफर हुए हैं और जल्द ही अगली किस्त आने वाली है. हालांकि पीएम किसान में लाभार्थी बनने के लिए कुछ शर्तें हैं, जिन्हें पूरी करनी होती है. उसके बाद इस इस योजना में किसका नाम तय होगा या नहीं इसके लिए भी एक पूरी प्रक्रिया है. जानते हैं कि पीएम किसान योजना के तहत बेनेफिशियरी की किस तरह से पहचान होती है और उन्हें पेमेंट के लिए कैसे शॉर्टलिस्ट किया जाता है.
कैसे तय होता है नाम
पीएम किसान योजना के तहत लाभ के लिए पात्र किसान फैमिली की पहचान करने की जिम्मेदारी पूरी तरह से राज्य/संघ राज्य क्षेत्र (State/UT Governments) की सरकारों की होती है. एक बार जब किसान आवेदन कर देता है तो अलग अलग राज्यों और केंद्र शासित राज्यों में लैंड ओनरशिप सिस्टम या लैंड के रिकॉर्ड का का उपयोग बेनेफिशियरी की पहचान करने के लिए किया जाता है. एक बार उनकी पहचान करने के बाद जरूरी डॉक्युमेंट्स का मिलान किया जाता है. अगर शर्तें के हिसाब से सब कुछ सही मिलता है तो वह किसान फैमिली 6000 रुपये सालाना किस्त के लिए सेलेक्ट हो जाती है.
इसके बाद राज्य/UT सरकारें पीएम-किसान पोर्टल पर किसान फैमिली का विवरण अपलोड करती हैं. यानी पीएम-किसान पोर्टल पर किसान फैमिली के विवरण अपलोड करने की जिम्मेदारी पूरी तरह से राज्य सरकारों की होती है. एक बार आवेदन करने के बाद राज्य/UT सरकारों को उस बारे में जांच करने का अधिकार है. सब कुछ सही पाए जाने पर ही इस योजना के तहत लाभ का हकदार माना जाता है.
ये हैं जरूरी जानकारी
TRENDING NOW
नाम, उम्र, जेंडर, कटेगिरी (SC/ST)
आधार नंबर (जिन राज्यों में आधार कार्ड बनाने में देरी हुई है और बहुत से किसानों को नहीं मिला है, वहां वैकल्पिक व्यवस्था है)
बैंक अकाउंट नंबर, IFSC कोड
मोबाइल नंबर
आवेदन में गलती होने पर
अगर किसानों द्वारा दी गई सूचना में कुछ गलती हो जाती है तो किस्त रुक जाती है गलती में आधार नंबर, बैंक अकाउंट नंबर, नाम या पता कुछ भी हो सकता है. हालांकि इन गलतियों में सुधार किया जा सकता है. पीएम किसान की वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाकर आप गलती सुधार सकते हैं. जो किस्त रुकती है, आगे उसकी भी भरपाई हो जाती है.
ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें
07:36 AM IST