फर्जी लिंक के जरिए लोगों के खाते से पैसा उड़ा रहे साइबर अपराधी, बचने के लिए फॉलो करें ये टिप्स
Fraud Links Scam: फ्रॉड की समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. ठग ऐसा लिंक भेजते हैं जिसके की यूजर को पता भी नहीं चलेगा और लिंक क्लिक करने पर फोन या कंप्यूटर में एक ऐसा मालवेयर डाउनलोड हो जाएगा जो सेकेंड्स में खाता खाली कर देगा.
फ्रॉड से बचने के लिये हर लिंक को क्लिक करने की आदत छोड़ दें. (Reuters)
फ्रॉड से बचने के लिये हर लिंक को क्लिक करने की आदत छोड़ दें. (Reuters)
Fraud Links Scam: टीवी एक्ट्रेस अमन संधु हाल ही में मुंबई में हुई एक साइबर क्राइम (Cyber Crime) का शिकार. अमन की ज़ुबानी माने तो वो इंटरनेट पर मुंबई के एक मशहूर हस्पताल की ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट अपनी मां के लिए बुक करने गई थी. गूगल सर्च करने पर उन्हें मुंबई के जुहू स्थित अस्पताल क्रिटिकेयर की वेबसाइट दिखी और उस पर लिस्टेड नंबर पर उन्होंने कॉल किया. हैकर ने ऑनलाइन फॉर्म भरने पर जल्दी अप्वाइंटमेंट मिलने के भरोसे के साथ अमन को एक लिंक भेजा. जैसे ही अमन ने उस लिंक पर क्लिक किया- धड़ाधड़ उनके अकाउंट से 2.50 लाख रुपये गायब हो गये.
अनजाने लिंक पर न करें क्लिक
अमन अकेली नहीं है. हम सब अक्सर इंटरनेट पर भरोसा करते हैं. सर्च इंजन पर लिस्टेड नंबर पर विश्वास करते हुए फोन भी करते हैं. लेकिन गलती हम तब कर बैठते हैं जब किसी अंजान लिंक पर क्लिक कर बैठते हैं जो किसी ने हमारे फोन या मेल पर भेजा हो. ऐसे में कैसे विश्वास करें कि लिंक सही है या फ्रॉड लिंक जो बना ही आपका खाता खाली करने के लिये है. साइबर एक्सपर्ट प्रशांत माली की माने तो फ्रॉड की समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है.
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ऐसे करें वास्तविक लिंक की पहचान
ठग ऐसा लिंक भेजते हैं जिसके की यूजर को पता भी नहीं चलेगा और लिंक क्लिक करने पर फोन या कंप्यूटर में एक ऐसा मालवेयर डाउनलोड हो जाएगा जो सेकेंड्स में खाता खाली कर देगा. अब हम आपको बताते हैं कि इंटरनेट पर लिकं को कैसे पहचाने कि वो वास्तविक है या किसी ठग ने जाल बिछाया है.
फॉलो करें ये सेफ्टी टिप्स
- सबसे पहले तो ऐसे फ्रॉड से बचने के लिये हर लिंक को क्लिक करने की आदत छोड़ दें.
- ऑनलाइन दिए नंबर के साथ देखें कि कंपनी का नाम क्या लिखा है. ठग अक्सर जेनुइन कंपनी के नाम से मिलता-जुलता नाम रखते हैं, उसकी स्पेलिंग गलत हो सकती है, डोमेन नेम अंजान हो सकता है.
- चेक करें कि वेबसाइट सही है या फ्रॉड. हर सर्च के साथ बने 3 डॉट पर क्लिक करके जानकारी चेक कर लें.
- लिंक क्लिक करने से पहले नॉर्टन जैसे किसी लिंक चेकर पर लिंक चेक करें कि ये असली है या फ्रॉड.
- गूगल या एप्पल अक्सर फ्रॉड वेबसाइट की चेतावनी देते हैं. इसे नरजअंदाज मत करिए.
- अगर आपको कोई ई-मेल आया है तो ID चेक करें कि इसमें कंपनी के नाम की स्पेलिंग सही है या नहीं.
- शॉर्ट URL पर क्लिक करने से पहले उसका असली लिंक प्रीव्यू या चेक करके ही क्लिक करें.
- किसी भी मैसेज या मेल पर भेजी डाउनलोड फाइल पर क्लिक करके उसे डाउनलोड नहीं करें. ऐसे किसी भी लिंक को एंटी-वायरस पर चेक करके ही डाउनलोड करें या खोलें.
- अंजान लिंक को क्लिक करने से पहले अगर आप सावधानी बरतेंगे तो स्कैम के ख़तरे से मुक्त हो जाएंगे.
05:07 PM IST