e-Shramik Card: 500 से ज्यादा कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) को किया गया ब्लॉक, यहां जानिए क्या है वजह
e-Shramik Card: गाइडलाइंस का पालन नहीं करने पर इन कॉमन सर्विस सेंटर पर कार्रवाई की गई है.
श्रमिक खुद भी इसके लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. (फाइल फोटो: पीटीआई)
श्रमिक खुद भी इसके लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. (फाइल फोटो: पीटीआई)
e-Shramik Card: देश भर से बड़ी संख्या में असंगठित क्षेत्र के श्रमिक ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं. वहीं सरकार ने बताया है कि 500 से ज्यादा कॉमन सर्विस सेंटर (CSCs) को ब्लॉक किया गया है. दरअसल ई-श्रम के लिए रजिस्ट्रेशन करते समय गाइडलाइंस का पालन नहीं करने पर ये कार्रवाई की गई. कॉमन सर्विस सेंटर (CSCs) ने इस बारे में ट्वीट किया है कि “ई-श्रम पंजीकरण करते समय दिशा-निर्देशों का पालन नहीं करने पर 500 से अधिक सीएससी को ब्लॉक किया गया. क्या आप इसका पालन कर रहे हैं?”
श्रमिक खुद भी करवा सकते हैं रजिस्ट्रेशन
खास बात ये है कि इसमें नाम दर्ज करवाने के लिए जन्मतिथि या आय का डिटेल देने की जरूरत नहीं है. वहीं सरकार ने कहा है कि ई-श्रम पोर्टल पर बिल्कुल मुफ्त में रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. श्रमिक कॉमन सर्विस सेंटर्स (CSCs), या राज्य सरकार के रीजनल ऑफिस में जाकर अपना नाम दर्ज करवा सकते हैं और इसके लिए उन्हें कोई फीस नहीं देनी होगी. वहीं वो खुद भी eshram.gov.in पर अपना नाम रजिस्टर करवा सकते हैं. इसमें श्रमिक अपना बैंक अकाउंट डिटेल भी देते हैं. इसका उद्देश्य सामाजिक सुरक्षा योजना या राज्य/केंद्र सरकार की किसी भी योजना का फायदा सीधे किसानों के खाते में ट्रांसफर करना है. इसमें पंजीयन के बाद बाद श्रमिकों के खाते से रकम नहीं काटी जाएगी.
नहीं काटी जाएगी कोई रकम
श्रमिकों से बैंक डिटेल भी ली जाती है जिससे केंद्र या राज्य सरकार की योजनाओं का फायदा सीधे उन तक पहुंच सके. वहीं रजिस्ट्रेशन के बाद उनके खाते से कोई रकम नहीं काटी जाएगी. आपको बता दें कि इस स्कीम के तहत सिर्फ खेतीहर किसान और भूमिहीन किसान ही पंजीयन करवा सकते हैं. दूसरे किसान इस योजना का फायदा नहीं उठा सकते. श्रम मंत्रालय ने हाल ही में ट्वीट कर जानकारी दी है कि ई-श्रम पोर्टल पर 1 करोड़ से ज्यादा असंगठित क्षेत्र के श्रमिक रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं.
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असंगठित मजदूरों के लिए पहला नेशनल डेटाबेस
यह पोर्टल कंस्ट्रक्शन, परिधान निर्माण, मछली पालन, प्लेटफॉर्म वर्क, स्ट्रीट वेंडिंग, घरेलू काम और परिवहन आदि क्षेत्र जैसे विभिन्न असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए एक व्यापक डेटाबेस बनाने की तरफ पहला कदम है. इन असंगठित क्षेत्रों में प्रवासी श्रमिकों का एक बड़ा हिस्सा काम करता है. आर्थिक सर्वेक्षण 2019-20 (Economic Survey 2019-20) के अनुसार, देश में अनुमानित 38 करोड़ असंगठित श्रमिक (UW) हैं, जिन्हें इस पोर्टल पर पंजीकृत करने का लक्ष्य रखा गया है.
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04:52 PM IST