Covid दावों को नकारने पर मोदी सरकार का बड़ा एक्शन, IRDAI ने जारी किया यह आदेश
अगर आपका कोई अपना Covid 19 के संक्रमण के बाद अस्पताल में भर्ती है तो Health insurance company आपको वहां कैशलेस इलाज मुहैया कराएगी.
बीमा कंपनियों ने 8,642 करोड़ रुपये के कोविड से जुड़े 9 लाख से अधिक दावों का निपटान किया है.
बीमा कंपनियों ने 8,642 करोड़ रुपये के कोविड से जुड़े 9 लाख से अधिक दावों का निपटान किया है.
अगर आपका कोई अपना Covid 19 के संक्रमण के बाद अस्पताल में भर्ती है तो Health insurance company आपको वहां कैशलेस इलाज मुहैया कराएगी. मोदी सरकार ने बीमा कंपनियों द्वारा दावे नकारने पर कड़ी कार्रवाई की है. फाइनेंस मिनिस्ट्री ने IRDA को ऐसी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने IRDAI के चेयरमैन एससी खुंटिया से बीमा कंपनियों द्वारा ‘कैशलेस’ दावे खारिज करने की शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई करने को कहा. उन्होंने कहा कि बीमा कंपनियों ने 8,642 करोड़ रुपये के कोविड से जुड़े 9 लाख से अधिक दावों का निपटान किया है.
मंत्री ने Twitter पर लिखा है, ‘‘यह रिपोर्ट मिल रही है कि कुछ अस्पताल ‘कैशलेस’ बीमा को मना कर रहे हैं. इरडा के चेयरमैन एससी खुंटिया से बात कर इस पर तुरंत कदम उठाने को कहा है. मार्च, 2020 में कोविड को व्यापक स्वास्थ्य बीमा में शामिल किया गया. कैशलेस सुविधा नेटवर्क अस्पतालों के साथ-साथ अस्थायी अस्पतालों में भी उपलब्ध है.’’
उन्होंने कहा कि भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने बीमा कंपनियों से कोविड दावों का निपटान प्राथमिकता के आधार पर करने को कहा है. सीतारमण ने यह भी कहा, ‘‘बीमा कंपनियों ने 8,642 करोड़ रुपये के कोविड से जुड़े 9 लाख से अधिक दावों का निपटान किया है. यहां तक कि टेलीफोन पर परामर्श को भी कवर किया जा सकता है. इरडा कंपनियों को निर्देश देगा कि वे कोविड मामलों की स्वीकृति और निपटान प्राथमिकता के आधार पर करे.’’
‘कैशलेस’ सुविधा की मंजूरी नहीं मिलने की रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए इरडा ने कहा है कि यह स्पष्ट किया जाता है कि जिन मामलों में बीमा कंपनियों की अस्पतालों के साथ कैशलेस सुविधा को लेकर व्यवस्था है, वैसे नेटवर्क वाले अस्पताल कोविड समेत सभी प्रकार के इलाज ‘कैशलेस’ करने के लिए बाध्य हैं.
इंश्योरेंस कंपनी के नेटवर्क से जुड़े हॉस्पिटल में कैशलेस ट्रीटमेंट कोविड-19 के लिए देना जरूरी : IRDAI
TPA/ इंश्योरेंस कंपनियां पॉलिसी शर्तों के मुताबिक कैशलेस क्लेम दे : IRDAI
कैशलैस ट्रीटमेंट नहीं मिलने पर पॉलिसी होल्डर शिकायत दर्ज करें : IRDAI
कैशलैस ट्रीटमेंट नहीं मिलने की शिकायतों पर इंश्योरेंस रेगुलेटर संज्ञान लेगा
कैशलैस क्लेम की शिकायतें क्यों बढी
- हॉस्पिटल तुरंत मरीज से पैसा लेना चाहते हैं
-इंश्योरेंस कंपनियों की क्लेम सेटलमेंट प्रक्रिया का इंतजार नहीं करना चाहते
- कैशलेस सेटलमेंट में एक निश्चित सीमा तक ही क्लेम पास होता है
- हॉस्पिटल इंडस्ट्री में कोई रेलुलेटरी बॉडी नहीं है
- मुश्किल में मरीज मुंह मांगी राशि तुरंत देने को तैयार
इंश्योरेंस कंपनियों की दलीलें
- हॉस्पिटल्स की ओवरचार्जिंग से कुल क्लेम में बढ़ोतरी हुई
- हॉस्पिटल पूर्व निर्धारित करार को कोविड में लागू नहीं कर रहे है
- कोविड ट्रिटमेंट में PPE किट, अतिरिक्त टेस्ट समेत दूसरे उपकरणों के इस्तेमाल से कुल क्लेम में बढ़ोतरी
- शेयरिंग रूम रूम में इलाज पर पर बिलिंग में स्पेशल रूम
- कोविड-19 शिकायतों की फिजिकल जांच मुमकिन नहीं
- दूसरी लहर में क्लेम में जोरदार बढ़ोतरी
- औसत क्लेम दावा 1.5 लाख रुपए, 15 हजार करोड़ के दावे
क्लेम बढोतरी पर हॉस्पिटल की दलील
- कोविड की पूरी प्रकिया में बढ़ोतरी
- मरीज को बेहतर सर्विस और सुविधाओं का अधिकार
- ट्रिटमेंट कोविड से जुड़ी सावधानियां ध्यान में रखना जरूरी
कोविड ट्रिटमेंट में PPE किट समेत दूसरे उपकरणों के इस्तेमाल से कुल क्लेम में बढ़ोतरी
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02:44 PM IST