आ रहा है मॉनसून! अगले 48 घंटे में हो सकती है तेज बारिश, IMD का अलर्ट
मौसम विभाग का मानना है कि हवाओं के रुख से मॉनसून को आगे बढ़ने और मजबूत होने में मदद मिल रही है. साथ ही अगले 48 घंटे में यह केरल के तट पर दस्तक देगा.
IMD ने पहले ही अनुमान जताया था कि मॉनसून 6 जून तक केरल में दस्तक देगा. (फोटो: IANS)
IMD ने पहले ही अनुमान जताया था कि मॉनसून 6 जून तक केरल में दस्तक देगा. (फोटो: IANS)
देश में मॉनसून दस्तक देने वाला है. बंगाल की खाड़ी के दक्षिण हिस्से से आने वाली हवाएं इसका इशारा कर रही हैं. मौसम विभाग का मानना है कि हवाओं के रुख से मॉनसून को आगे बढ़ने और मजबूत होने में मदद मिल रही है. साथ ही अगले 48 घंटे में यह केरल के तट पर दस्तक देगा. मौसम विभाग का यह भी कहना है कि केरल के तट पर दस्तक देने के साथ प्री-मॉनसून की फुहारें कई और इलाकों में भी दिखाई देंगी. आपको बता दें, भारतीय मौसम विभाग ने पहले ही अनुमान जताया था कि मॉनसून 6 जून तक केरल में दस्तक देगा.
मौसम विभाग के मुताबिक, अगर स्थितियां अच्छी रहीं तो अगले 48 घंटे में केरल तट पर तेज बारिश होने की उम्मीद है. मौसम विभाग का कहना है कि आंध्र प्रदेश के कई हिस्सों में प्री-मानसून की बारिश शुरू हो गई है. इससे किसानों को खरीफ फसल की बुआई में मदद मिलेगी. आपको बता दें, देश में सबसे पहले मॉनसून की शुरुआत केरल से होती है. हालांकि, इस बार मॉनसून 6 दिन की देरी से दस्तक दे रहा है. हालांकि, केरल पहुंचने के बाद इसकी रफ्तार तेज होगी. 12 जून तक मॉनसून के गोवा पहु्ंचने के आसार हैं.
यहां हो सकती है भारी बारिश
मॉनसून के आने से पहले ही भारतीय मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है. विभाग ने अपनी चेतावनी में कहा है कि नागालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा, असम और मेघालय में भारी बारिश की संभावना है. आंध्र प्रदेश, ओडिशा और कर्नाटक के कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है. हालांकि, यह प्री-मॉनसून की बारिश होगी. वहीं, दूसरी ओर उत्तर भारत में अभी गर्म हवाओं का कहर जारी रहेगा. लेकिन, अगले दो दिन तेज हवा के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है.
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65 साल में सबसे कम बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक, मार्च-अप्रैल और मई में होने वाली बारिश को प्री-मॉनसून कहा जाता है. लेकिन, इस बार बारिश कम हुई है. पूर्वी उत्तर प्रदेश में 69 फीसदी कम बारिश रिकॉर्ड की गई. वहीं, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 40 फीसदी कम बारिश हुई है. आंकड़ों की मानें तो प्री मानसून इस बार पूरी तरह सूखा ही रहा. मौसम विभाग के मुताबिक, 65 साल में ऐसा पहली बार हुआ है जब प्री-मॉनसून में इतनी कम बारिश हुई है.
अर्थव्यवस्था पर मॉनसून का असर
मॉनसून का सीधा असर ग्रामीण आबादी पर पड़ता है. मॉनसून सामान्य और अच्छा रहने से ग्रामीण इलाकों में लोगों की आय बढ़ती है, जिससे मांग में भी तेजी आती है. ग्रामीण इलाकों में आय बढ़ने से इंडस्ट्री को भी फायदा मिलता है.
07:13 PM IST