Housing sales: आशियाने पर नहीं पड़ा कोरोना का साया, 2021 की पहली छमाही में 75 फीसदी बढ़ी घरों की बिक्री
Housing sales: रियल एस्टेट कंसल्टिंग कंपनी सीबीआरई (CBRE) के मुताबिक 2021 की पहली छमाही के दौरान देश भर में घरों की बिक्री में 75 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि दर्ज की गई है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक 2021 की पहली छमाही में आवासीय बिक्री 75 फीसदी बढ़ी.
एक रिपोर्ट के मुताबिक 2021 की पहली छमाही में आवासीय बिक्री 75 फीसदी बढ़ी.
Housing sales: कोरोना की दूसरी लहर का घरों की बिक्री पर असर नहीं पड़ा है. यही नहीं 2021 की पहली छमाही में घरों की बिक्री में 75 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई. रियल एस्टेट कंसल्टिंग कंपनी सीबीआरई (CBRE) के आंकड़ों के मुताबिक, साल-दर-साल आधार पर 2021 की पहली छमाही के दौरान देश भर में घरों की बिक्री में 75 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि दर्ज की गई है. लगभग 26 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ पुणे ने बिक्री गतिविधि का नेतृत्व किया, इसके बाद मुंबई (19 फीसदी) का स्थान रहा. इसके बाद हैदराबाद और दिल्ली-एनसीआर क्रमश-18 फीसदी और 17 फीसदी शेयरों के साथ है.
घरों की बिक्री में 73 फीसदी की वृद्धि
केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा घोषित मापी गई नीतियों के आधार पर, Q4 2020 में भारत के सात बड़े शहरों में तिमाही-दर-तिमाही आधार पर आवास की बिक्री में 73 फीसदी की वृद्धि हुई. और आरबीआई डेवलपर्स द्वारा प्रदान किए गए प्रोत्साहन के साथ मिलकर किया गया. जबकि संपत्ति की कीमतें 2010 के बाद से हाई-एंड सेगमेंट में 1-6 प्रतिशत की CAGR (Compound annual growth rate) और मिड-सेगमेंट में लगभग 2-7 फीसदी बढ़ी हैं, 2010 और 2020 के बीच प्रति व्यक्ति जीडीपी 4.0 फीसदी की CAGR से बढ़ी है.
होम लोन पर ब्याज में कमी का असर
इसके अलावा टॉप 7 शहरों के लिए प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि राष्ट्रीय औसत से ऊपर थी, जिसमें बेंगलुरु ने उच्चतम सीएजीआर (6.6 प्रतिशत) की रिपोर्ट की. इसलिए आय वृद्धि ने संपत्तियों की कीमत में औसत वृद्धि को पीछे छोड़ दिया, जिससे आवास की कैपिसिटी में और योगदान हुआ है. इसके अलावा आरबीआई ने फरवरी 2019 में रेपो रेट को धीरे-धीरे 6.25 प्रतिशत से घटाकर मई 2020 में 4.0 प्रतिशत कर दिया, जिसके कारण होम लोन पर ब्याज दर घटकर 6.7-6.9 फीसदी हो गई है.
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07:10 PM IST