5 फरवरी को हैदराबाद का दौरा करेंगे पीएम मोदी, राष्ट्र को समर्पित करेंगे ‘Statue of Equality’
PM Modi to dedicate ‘Statue of Equality’:216 फीट ऊंची Statue of Equality प्रतिमा 11वीं सदी के संत रामानुजाचार्य की याद में बनाई गई है. उन्होंने आस्था, जाति और पंथ सहित जीवन के सभी पहलुओं में समानता के विचार को बढ़ावा दिया था. इससे पहले प्रधानमंत्री आईसीआरआईएसएटी की 50वीं वर्षगांठ समारोह का भी शुभारंभ करेंगे.
हैदराबाद में पीएम मोदी 'स्टैच्यू ऑफ इक्वेलिटी' राष्ट्र को समर्पित करेंगे. (फाइल फोटो)
हैदराबाद में पीएम मोदी 'स्टैच्यू ऑफ इक्वेलिटी' राष्ट्र को समर्पित करेंगे. (फाइल फोटो)
PM Modi to dedicate ‘Statue of Equality’: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 फरवरी, 2022 को हैदराबाद का दौरा करेंगे. यहां वो दोपहर बाद लगभग 2:45 बजे, हैदराबाद के पाटनचेरु में अंतर्राष्ट्रीय फसल अनुसंधान संस्थान के अर्ध-शुष्क उष्णकटिबंधीय (ICRISAT) कैंपस जाएंगे. प्रधानमंत्री आईसीआरआईएसएटी की 50वीं स्थापना समारोह का भी उद्घाटन करेंगे. वहीं शाम को लगभग 5 बजे वो 'स्टैच्यू ऑफ इक्वेलिटी' (‘Statue of Equality’) राष्ट्र को समर्पित करेंगे.
216 फीट ऊंची ‘Statue of Equality’
216 फीट ऊंची Statue of Equality प्रतिमा 11वीं सदी के संत रामानुजाचार्य की याद में बनाई गई है. उन्होंने आस्था, जाति और पंथ सहित जीवन के सभी पहलुओं में समानता के विचार को बढ़ावा दिया था. यह प्रतिमा 'पंचलोहा' से बनी है, जो पांच धातुओं: सोना, चांदी, तांबा, पीतल और जस्ता का एक संयोजन है.
दुनिया में बैठने की अवस्था में सबसे ऊंची धातु की मूर्तियों में से एक है. यह 54-फीट ऊंचे आधार भवन पर स्थापित है, जिसका नाम 'भद्र वेदी' है. इसमें वैदिक डिजिटल लाइब्रेरी और रिसर्च सेंटर, प्राचीन भारतीय ग्रंथ, थिएटर, एक एजुकेशल गैलरी हैं. जिसमें रामानुजाचार्य के कई कामों का डिटेल्स प्रस्तुत करते हैं.
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संत रामानुजाचार्य की 1000 वीं जयंती समारोह
इस प्रतिमा की परिकल्पना रामानुजाचार्य आश्रम के चिन्ना जीयार स्वामी ने की है. कार्यक्रम के दौरान रामानुजाचार्य की जीवन यात्रा और शिक्षा पर थ्रीडी प्रेजेंटेशन मैपिंग का भी प्रदर्शन किया जाएगा. पीएम मोदी 108 दिव्य देशम (सजावटी रूप से नक्काशीदार मंदिर) के समान मनोरंजनों का भी दौरा करेंगे जो स्टैच्यू ऑफ इक्वलिटी के चारों ओर बने हुए हैं. इसका उद्घाटन संत रामानुजाचार्य की चल रही 1000 वीं जयंती समारोह यानी 12 दिवसीय सहस्राब्दी समारोहम का एक हिस्सा है.
ICRISAT के समारोह में भी करेंगे शिरकत
इससे पहले प्रधानमंत्री आईसीआरआईएसएटी की 50वीं वर्षगांठ समारोह का भी शुभारंभ करेंगे. वो पौधा संरक्षण पर यहां के जलवायु परिवर्तन अनुसंधान केंद्र और आईसीआरआईएसएटी की रैपिड जनरेशन एडवांसमेंट सेंटर का भी उद्घाटन करेंगे. ये दो सेंटर एशिया और उप-सहारा अफ्रीका (sub-Saharan Africa) के छोटे किसानों को समर्पित हैं. वो ICRISAT के खास तौर से डिजाइन किए गए प्रतीक चिन्ह का अनावरण और इस खास मौके पर एक स्मारक डाक टिकट भी जारी करेंगे.
आईसीआरआईएसएटी एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है. यह एशिया और उप-सहारा अफ्रीका में विकास के लिए कृषि के क्षेत्र में रिसर्च करता है. यह किसानों को बेहतर फसल की किस्में और हाइब्रिड प्रजाति देने में मदद करता है. वहीं यह सूखी जमीन (drylands) में छोटे किसानों को जलवायु परिवर्तन से लड़ने में भी मदद करता है.
09:46 PM IST