सावधान! अगले 36 घंटों में भयंकर तबाही मचा सकता है 'महा'तूफान, IMD ने दी चेतावनी
मौसम विभाग ने बड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि गुजरात के दक्षिणी हिस्सों में प्रचंड चक्रवाती तूफान 'महा' (Cyclone Maha) की वजह से कारण 6 नवंबर से भारी बारिश की संभावना है.
चक्रवाती तूफान (Cyclonic storm) शुरू में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ सकता है.
चक्रवाती तूफान (Cyclonic storm) शुरू में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ सकता है.
देश में इस वक्त गंभीर जलवायु परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं. अभी लोग भारी बारिश, बाढ़ और सूखे से परेशान थे, लेकिन अब एक तूफान तबाही मचाने के लिए देश के मुहाने पर खड़ा है. इस तूफान का नाम 'महा' हैं. यह तूफान भयंकर तेजी और ताकत के साथ देश के तटीय क्षेत्रों की तरफ बढ़ रहा है. मौसम विभाग लगातार इस पर नजर बनाए हुए है. लेकिन, विभाग ने बड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि गुजरात के दक्षिणी हिस्सों में प्रचंड चक्रवाती तूफान 'महा' (Cyclone Maha) की वजह से कारण 6 नवंबर से भारी बारिश की संभावना है.
36 घंटे में मचा सकता है तबाही
भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, 'महा' अब प्रचंड चक्रवाती तूफान बन गया है. यह अभी लक्षद्वीप द्वीपों के समीप पूर्व-मध्य अरब सागर पर जोर पकड़ रहा है. अगले 24 घंटों में इसके उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने की संभावना है. वहीं, अगले 36 घंटों में महा तूफान देश के कई हिस्सों में तबाही मचा सकता है.
बारिश नहीं ओलों की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक, 6 नवंबर के बाद यह दक्षिण गुजरात तट से पूर्व-उत्तरपूर्व दिशा में फिर से मुड़ेगा. इससे सौराष्ट्र के तटीय क्षेत्र समेत गुजरात क्षेत्र में भारी बारिश होने की संभावना है. यही नहीं इस दौरान ओलों की बरसात भी हो सकती है. गुजरात के कई हिस्सों में पहले ही चक्रवात क्यार के कारण कुछ दिनों से बेमौसम बारिश हो रही है. चक्रवात क्यार अब कमजोर पड़ गया है और यह ओमान की तरफ बढ़ गया है.
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
100 किमी की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
वहीं, अब महा तूफान भारत के तटीय इलाकों की तरफ सक्रिय है. सबसे चौंकाने वाली इसकी गति है. मौसम विभाग के मुताबिक, महा के दौरान हवा की गति 100 किमी प्रति घंटा हो सकती है और इसके असर से तेज चक्रवाती वर्षा होने की संभावना है. संभावना जताई जा रही है कि ये महातूफान आगे चलकर और भीषण हो सकता है. इससे भारत के दक्षिणी पश्चिमी तटीय राज्यों में भयंकर तबाही मचा सकता है. सबसे बड़ा नुकसान गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान राज्यों में होने की संभावना बनी है.
कैसी है हमारी तैयारी
महा तूफान के असर की आशंका से निपटने के लिए पहले से ही तैयारी चल रही हैं. गुजरात के कई इलाकों खासकर तटीय इलाकों में बड़े होर्डिंग निकाले गए हैं. फायर ब्रिगेड, एनडीआरएफ को स्टैंड बाय पर रखा गया है. मछुआरों को समुद्र में जाने से रोक दिया गया है. समुद्र तटीय 40 गांवों में अलर्ट किया है. यहां से भी लोगों को हटाने की तैयारी है.
समुद्र में एक से डेढ़ मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं
महा तूफान के कारण समुद्र में 1 से 1.5 मीटर तक ऊंची लहरें उठ सकती हैं. 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी. मौसम में परिवर्तन से तापमान गिर सकता है. डेढ़ साल पहले भी ओखी साइक्लोन से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की आशंका व्यक्त की गई थी.
चक्रवाती तूफान (Cyclonic storm) शुरू में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ सकता है और फिर बाद में उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों की ओर बढ़ सकता है. हम इसकी गति और दिशा पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवाती तूफान के कारण आंधी के साथ तेज बारिश होगी.
04:03 PM IST