सेना को मिलेंगे 83 'तेजस' विमान, 48 हजार करोड़ की डील को मंजूरी, नाम में भी छिपी है कहानी
लड़ाकू विमान तेजस की खरीद के लिए 48,000 करोड़ की डील को कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की मंजूरी मिल गई है.
अगस्त 1983 में हल्का युद्धक विमान यानी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (Light Combat Aircraft) प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई थी. (Image-ANI)
अगस्त 1983 में हल्का युद्धक विमान यानी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (Light Combat Aircraft) प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई थी. (Image-ANI)
Fighter jet LCA-Tejas: भारतीय सेना की ताकत में और इजाफा होने जा रहा है. भारतीय वायुसेना के बेड़े में जल्द 83 तेजस विमान शामिल होंगे. लड़ाकू विमान तेजस की खरीद के लिए 48,000 करोड़ की डील को कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की मंजूरी मिल गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्योरिटी ने रक्षा सौदों की इस खरीद को मंजूरी दे दी है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने इस डील के बारे में कहा कि वायुसेना की मजबूती के लिए यह फैसला किया गया है. उन्होंने कहा कि भारतीय रक्षा विनिर्माण सेक्टर को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ये डील रक्षा क्षेत्र में गेमचेंजर साबित होगी.
तेजस एक लड़ाकू विमान (Tejas Fighter jet) है, जिसे हिंदुस्तान एरोनोटिक्स लिमिटेड (Hindustan Aeronautics limited) ने तैयार किया है. 83 'तेजस' विमानों के लिए एचएएल (HAL) को 48 हजार करोड़ रुपए मिलेंगे. एहिंदुस्तान एरोनोटिक्स 16 एलसीए तेजस लड़ाकू विमान (Fighter jet) वायुसेना (Indian Air Force) को सौंप चुका है.
The CCS chaired by the PM today approved the largest indigenous defence procurement deal worth about Rs 48,000 Cr to strengthen IAF’s fleet of homegrown fighter jet ‘LCA-Tejas’. This deal will be a game-changer for self-reliance in Indian defence manufacturing: Defence Minister pic.twitter.com/P7knIh9LWF
— ANI (@ANI) January 13, 2021
1 जुलाई 2016 को भारतीय वायुसेना की पहली तेजस यूनिट का निर्माण किया गया, जिसका नाम 'नम्बर 84 स्क्वाड्रन आईएएफ फ्लाइंग ड्रैगर्स' है.
तेजस की खासियत
- तेजस में एक साथ 9 तरह के हथियार लोड और फायर किए जा सकते हैं.
- तेजस में एंटीशिप मिसाइल, बम और रॉकेट भी लगाए जा सकते हैं.
- तेजस पर हवा से हवा में, हवा से धरती और हवा से पानी पर हमला करने वाले हथियार लोड कर सकते हैं.
- तेजस विमान एक सुपर सोनिक फाइटर जेट है जो 15 किलोमीटर की ऊंचाई तक उड़ सकता है.
- तेजस में जैमर-प्रोटक्शन तकनीक है ताकि दुश्मन की सीमा के करीब उसका कम्युनिकेशन बंद न हो.
- तेजस को 42 फीसदी कार्बन फाइबर, 43 फीसदी एल्यूमीनियम एलॉय और टाइटेनियम से बनाया गया है.
अटल बिहारी वाजपेयी ने दिया था नाम
अगस्त 1983 में हल्का युद्धक विमान यानी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (Light Combat Aircraft) प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई थी. इसके 18 साल बाद 4 जनवरी, 2001 को तेजस ने पहली उड़ान भरी. साल 2003 में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) ने इस फाइटर जेट को 'तेजस' का नाम दिया था.
इस फाइटर जेट का ये नाम संस्कृत भाषा के 20 नामों में से चुना गया था. संस्कृत में तेजस शब्द का मतलब होता है असीम शक्ति यानी सबसे शक्तिशाली.
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06:41 PM IST