मेट्रो में सफर नहीं कर पाएंगीं ये 24 महिलाएं, DMRC ने लगाई रोक, जानें क्या है वजह
इस साल दिल्ली मेट्रो में चोरी और जेब कटने के 4 हजार से भी अधिक केस दर्ज हो चुके हैं. बीते साल तो यह आंकड़ा 13,000 केसों का था.
दिल्ली मेट्रो का लगातार विस्तार हो रहा है. मेट्रो की रिंग सर्विस कही जाने वाली पिंक लाइन भी शुरू हो गई है. मेट्रो का लगातार विस्तार होने से लोगों को दिल्ली की सड़कों पर लगाने वाले जाम से निजात मिल रही है. लेकिन खबर आई है कि मेट्रो प्रशासन ने मेट्रो ट्रेन के सफर के लिए कुछ लोगों पर रोक लगाई है. यह अपने-आप में पहला मामला है. अभी तक हम हवाई यात्रा में सुनते थे कि विमानन कंपनी खराब व्यवहार के चलते कुछ लोगों की यात्रा पर रोक लगा देती हैं, लेकिन अब डीएमआरसी ने भी यह कदम उठाया है. मेट्रो प्रशासन ने 182 लोगों के मेट्रो में प्रवेश पर रोक लगा दी है, इनमें 24 महिलाएं भी शामिल हैं.
दरअसल, डीएमआरसी और दिल्ली पुलिस ने काफी खोजबीन के बाद ऐसे लोगों की पहचान की है जो मेट्रो ट्रेन में चोरी और जेब काटने जैसे काम करते हैं. इन लोगों पर जेब तराशी के कई-कई मुकदमें दर्ज हैं. एक लंबी जद्दोजहद के बाद इन शातिर लोगों की पहचान की गई है. पुलिस ने बताया कि पहचान किए गए 182 लोग फिलहाल जमानत पर जेल से बाहर हैं. दिल्ली मेट्रो ने यात्रियों के सफर को सुरक्षित बनाने के लिए यह कदम उठाया है.
दिल्ली पुलिस इन जेबताराशों की पहचान करके इन्हें नोटिस जारी कर रही है, जिसमें इन्हें मेट्रो परिसर में प्रवेश नहीं करने की चेतावनी दी जा रही है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक, इन 182 लोगों की फोटो सहित एक लिस्ट मेट्रो की सुरक्षा में लगे सीआईएसएफ को भी दी गई है.
TRENDING NOW
मेट्रो में बढ़ रही हैं चोरी की घटनाएं
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली मेट्रो ने ट्रेन के सफर को सुरक्षित बनाने के लिए दिल्ली पुलिस के सहयोग से यह प्रस्ताव तैयार किया था, जिस पर 2-3 वर्षों से काम चल रहा था. डीएमआरसी से मिली जानकारी के मुताबिक, मेट्रो में चोरी और जेब कटने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जिससे लोगों का मेट्रो में विश्वास कम हुआ है. अगर इस साल की ही बात करें तो चोरी और जेब कटने के 4 हजार से भी अधिक केस दर्ज हो चुके हैं. बीते साल तो यह आंकड़ा 13,000 केसों का था.
जेब कतरने वालों में 91% महिलाएं
दिल्ली में जेब कतरने वालों के कई गिरोह सक्रीय हैं. खास बात यह है कि जेब तराशी के काम में महिलाएं सबसे ज्यादा हैं. वर्ष 2016 में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के पकड़े गए जब कतरों में 91 फीसदी महिलाएं शामिल थीं. सीआईएसएफ ने 479 जेबकतरों को पकड़ा था, जिनमें से 438 महिलाएं थीं. सीआईएसएफ ने जेबकतरों पकड़कर दिल्ली पुलिस के हवाले कर दिया.
04:14 PM IST