ट्रेनें कैंसिल, नौसेना अलर्ट: IMD की चेतावनी- रफ्तार के साथ आ रहा है गंभीर चक्रवाती तूफान यास
Cyclone Yaas: तूफान के अलर्ट को देखते हुए दक्षिण रेलवे ने 19 ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है. वहीं, भारतीय नौसेना को तूफान से निपटने के लिए अलर्ट किया गया है.
IMD का मानना है कि चक्रवात तूफान यास के बहुत ही गंभीर तूफान में बदलने के संकेत हैं. (PTI)
IMD का मानना है कि चक्रवात तूफान यास के बहुत ही गंभीर तूफान में बदलने के संकेत हैं. (PTI)
भारत में मौसम के लिहाज से आने वाले दिन अच्छे नहीं है. एक के बाद एक चक्रवाती तूफानों ने मुश्किलें बढ़ा दी है. पहले ताऊते और अब यास मुश्किलें बढ़ा रहा है. भारतीय मौसम विभाग ने इसे लेकर एक और चेतावनी जारी की है. IMD का मानना है कि चक्रवात तूफान यास के बहुत ही गंभीर तूफान में बदलने के संकेत हैं. 26 मई को यह तूफान ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों को पार कर सकता है. IMD के मुताबिक, शनिवार को पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी और उसके आसपास के उत्तरी अंडमान सागर के ऊपर एक निम्न दबाव वाला क्षेत्र बना. कम दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान के बनने का पहला चरण होता है. हालांकि, यह जरूरी नहीं कि सभी निम्न दबाव वाले क्षेत्र चक्रवात ही बने.
तूफान के अलर्ट को देखते हुए दक्षिण रेलवे ने 19 ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है. वहीं, भारतीय नौसेना को तूफान से निपटने के लिए अलर्ट किया गया है. नौसेना के जहाज और एयरक्राफ्ट को राहत और बचाव कार्य के लिए तैनात किया गया है. IMD का अनुमान है कि निम्न दबाव वाला क्षेत्र 23 मई को बंगाल की खाड़ी के पूर्व-मध्य क्षेत्र पर विक्षोभ में बनने की आशंका है. इससे उत्तर-पश्चिम के इलाकों को भी प्रभावित होने की आशंका है. 24 मई तक यह दबाव वाला क्षेत्र एक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है और उसके अगले 24 घंटों में बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है.
IMD के मुताबिक, यह उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ता रहेगा और आगे गंभीर रूप लेगा और 26 मई की सुबह तक पश्चिम बंगाल के पास बंगाल की उत्तरी खाड़ी और उससे सटे उत्तरी ओडिशा और बांग्लादेश के तटों तक पहुंच सकता है. 26 मई की शाम को पश्चिम बंगाल और उससे सटे उत्तरी ओडिशा और बांग्लादेश के तटों को पार करने की संभावना है. पिछले हफ्ते अत्यंत भीषण चक्रवात ताऊते गुजरात तट से टकराया और पूरे पश्चिमी तट पर तबाही के निशान छोड़ गया. हालांकि, आगे चलकर यह तूफान कमजोर पड़ा. लेकिन, इसका प्रभाव उत्तर भारत के मैदानी इलाकों और यहां तक कि पहाड़ी राज्यों उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी दिखाई दिया. अप्रैल-मई और अक्टूबर-दिसंबर की अवधि में प्राय: चक्रवात आते हैं. पिछले साल मई में दो चक्रवात-अम्फान और निसर्ग भारतीय तटों से टकराये थे.
TRENDING NOW
महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय क्षेत्रों में आए चक्रवाती तूफान टाउते (Cyclone Tauktae) के बाद दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों में भी कई दिनों से रुक-रुक कर बारिश हो रही है. मौसम विभाग के मुताबिक, अब यास के चलते भी इन इलाकों में बारिश देखने को मिल सकती है. तूफानों के चलते अच्छी खबर यह है कि देश में मॉनसून की शुरुआत समय से पहले होने की उम्मीद. मॉनसून भी तूफानों के चलते अपने तय से 7 दिन पहले केरल पहुंच सकता है.
LIVE TV यहां देखें
07:09 PM IST