भारत बायोटेक के लिए अच्छी खबर, कंपनी के Rotavac 5D को मिली WHO की प्रीक्वालिफिकेशन मंजूरी, जानिए क्या हैं इसके फायदे
Bharat Biotech Rotavac 5D: भारत बायोटेक के रोटोवायरस डायरिया को रोकने के लिए बनाए गए Rotavirus Vaccine, Rotavac 5D को WHO ने प्रीक्वालिफिकेशन मंजूरी दी है.
भारत बायोटेक के Rotavac 5D वैक्सीन को मिली WHO की मंजूरी. (Source: Reuters)
भारत बायोटेक के Rotavac 5D वैक्सीन को मिली WHO की मंजूरी. (Source: Reuters)
Bharat Biotech Rotavac 5D: भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की रोटावायरस वैक्सीन (Rotavirus Vaccine), रोटावैक 5डी (Rotavac 5D) को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने प्रीक्वालिफिकेशन की मंजूरी दी है.
भारत बायोटेक ने एक प्रेस रीलिज में सोमवार को बताया कि कंपनी के रोटोवायरस डायरिया को रोकने के लिए बनाए गए Rotavirus Vaccine, Rotavac 5D को WHO ने प्रीक्वालिफिकेशन अवार्ड दिया है.
क्या करती है वैक्सीन
Rotavac 5D का इस्तेमाल रोटावायरस इन्फेक्शन के रोकथाम के लिए किया जाता है, जो शिशुओं और छोटे बच्चों में एक सामान्य बीमारी है.
Rotavac के नए वैरिएंट, Rotavac 5D एक अनूठा रोटावायरस वैक्सीन फॉर्मूलेशन है, जिसे बिना किसी बफर के दिया जा सकता है. वैक्सीन की कम खुराक मात्रा (0.5 ML) इसके लॉजिस्टिक, कोल्ड चेन मैनेजमेंट को आसान बनाती है और वैक्सीन लगाने के बाद इससे काफी कम मात्रा में बॉयो वेस्ट निकलता है.
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क्या होता है WHO के प्रीक्वालिफिकेशन का मतलब
WHO के प्रीक्वालिफिकेशन (Prequalification) अवार्ड का मतलब है कि Rotavac 5D वैक्सीन यूनिसेफ (UNICEF) और PAHO (पैन अमेरिकन हेल्थ ऑर्गनाइजेशन) जैसी एजेंसियों द्वारा खरीदा जा सकता है. जिससे इस जीवन रक्षक वैक्सीन की ग्लोबल पहुंच को और बल मिलेगा.
भारत बायोटेक के लिए महत्वपूर्ण है WHO की मंजूरी
भारत बायोटेक की संयुक्त प्रबंध निदेशक (Joint Managing Director) सुचित्रा एला (Suchitra Ella) ने कहा, Rotavac और Rotavac 5D भारतीय और ग्लोबल पार्टनर्स के सहयोग से भारत की वैक्सीन है.
उन्होंने कहा कि आज की यह घोषणा भारत बायोटेक को आगे भी उन उपेक्षित रोगों को ठीक करने और इन्फेक्शन के रोकथाम के लिए भारत बायोटेक के उस विजन के लिए महत्वपूर्ण कदम हैं, जो विकासशील देशों में लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित करते हैं.
भारत बायोटेक ने रोटावायरस वैक्सीन, Rotavac के फर्स्ट जेनेरेशन को भारत सरकार की जैव प्रौद्योगिकी विभाग (Department of Biotechnology) और 16 अन्य इंटरनेशनल पार्टनर्स के साथ मिलकर तैयार किया है. यह पब्लिक हेल्थ के लिए अब तक की सबसे बड़ी सोशल इनोवेटिव प्रोजेक्ट है.
06:40 PM IST