एसिड अटैक में खोई थी आंखों की रोशनी, अब बनी 10वीं बोर्ड में टॉपर, 15 साल की सर्वाइवर खुद को IAS बनते देखना चाहती है
Class 10 Topper: अगर आप में कुछ करने का हौसला हो तो कोई भी परेशानी आपको रोक नहीं सकती. इस कहावत की उदाहरण चंडीगढ़ की एक एसिड अटैक सर्वाइवर है. जिसनें 10 में टॉप किया है.
एसिड अटैक में खोई थी आंखों की रोशनी, अब बनी 10वीं बोर्ड में टॉपर, 15 साल की सर्वाइवर खुद को IAS बनते देखना चाहती है
एसिड अटैक में खोई थी आंखों की रोशनी, अब बनी 10वीं बोर्ड में टॉपर, 15 साल की सर्वाइवर खुद को IAS बनते देखना चाहती है
Class 10 Topper: अगर आप में कुछ करने का हौसला हो तो कोई भी परेशानी आपको रोक नहीं सकती. इस कहावत की उदाहरण चंडीगढ़ की एक एसिड अटैक सर्वाइवर है. जिसनें 10 में टॉप किया है. काफी की कहानी बहुत भावुक करने वाली है. जब वह तीन साल की थी तब उसके पड़ोसी ने उस पर एसिड फेंक दिया. तो चलिए जानते हैं क्या है काफी की कहानी...
Chandigarh | 15-year-old Kafi, an acid attack survivor and daughter of a peon, scored 95.2% in her CBSE Class 10 results and became the topper of her school.
— ANI (@ANI) May 14, 2023
"I studied for 5-6 hours every day. My parents and teachers supported me a lot. I want to become an IAS officer and serve… pic.twitter.com/wLmXMpKw48
आईएएस बनने का है सपना
यह कहानी चंडीगढ़ की रहने वाली एक एसिड अटैक सर्वाइवर की है. जिसने सीबीएसई क्लास 10 के रिजल्ट में 95.2 प्रतिशत अंक मिले हैं. उसने 10वीं के सीबीएसई की परीक्षा में टॉप किया है. काफी का सपना है कि वे एक दिन दुनिया की सबसे मुश्किल परीक्षा सिविल सर्विसेज को पास कर आईएएस बनें. काफी चाहती हैं कि वे IAS बनकर देश की सेवा करना चाहती हैं.
5-6 घंटे की करती थी पढ़ाई
काफी ने बताया कि इस परीक्षा के लिए मैंने 5-6 घंटे की पढ़ाई करती थी. काफी के पिता हरियाणा सचिवालय में चपरासी की नौकरी करते हैं. पिता ने बताया कि जब काफी 3 साल की थी तब पड़ोसियों ने उसपर तेजाब फेंक दिया था. इसके बाद काफी की आंखों की रोशनी चली गई. उसे दिल्ली AIIMS भर्ती करवाया और डॉक्टर ने 1 हफ्ते के बाद ही बता दिया कि उसके आंखों की रौशनी जा चुकी है. मैंने कई मुश्किलों और चुनौतियों का सामना करने के बाद अपनी बेटी को पढ़ाया. मैं आईएएस अधिकारी बनने में उसे पूरा सपोर्ट करूंगा.
12 मई को जारी हुआ था रिजल्ट
सीबीएसई कक्षा 12वीं के नतीजों का ऐलान 12 मई को हुआ था. इस बार सीबीएसई कक्षा 10वीं पास का प्रतिशत 93.12% है. पिछले साल की तुलना में पास प्रतिशत में 1.28% की कमी आई है. लड़कियों का पास प्रतिशत 94.25% है, जबकि लड़कों का पास प्रतिशत 92.27% है.
जानें कब हुई थी परीक्षा
सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएं इस साल फरवरी में शुरू हुई थीं. 10वीं बोर्ड की15 फरवरी से 21 मार्च तक चली थीं. सीबीएसई 10वीं में 16 लाख स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया था. 10वीं की परीक्षा 5 फरवरी से 21 मार्च के बीच हुई थी. इस परीक्षा के लिए 21,86,940 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जबकि परीक्षा में 16 लाख छात्र शामिल हुए थे.
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
05:36 PM IST