Free Trade Agreement: भारत, EFTA ने मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए, जानिए क्या होगा फायदा
Free Trade Agreement: भारत और चार देशों के यूरोपीय ग्रुप EFTA ने निवेश और वस्तुओं एवं सेवाओं के दोतरफा व्यापार को बढ़ावा देने के लिए रविवार को एक मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर किए.
Free Trade Agreement: भारत और चार देशों के यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (ईएफटीए) ने रविवार को एक आर्थिक समझौते पर हस्ताक्षर किए. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत और ईएफटीए ने रविवार को एक आर्थिक समझौते पर हस्ताक्षर किए. लगभग 16 साल की बातचीत के बाद यह समझौता संभव हो सका है. इससे व्यापार और विदेशी निवेश बढ़ेगा. ईएफटीए में स्विट्जरलैंड, नॉर्वे, आइसलैंड और लिकटेंस्टीन शामिल हैं.
देश में आएगा 100 अरब डॉलर का निवेश
गोयल ने कहा कि व्यापार और आर्थिक साझेदारी समझौते (टीईपीए) के तहत ईएफटीए देश अगले 15 साल में भारत में 100 अरब डॉलर का निवेश करेंगे. यह एक बाध्यकारी समझौता है.
Stronger Ties Inked!
— Piyush Goyal (मोदी का परिवार) (@PiyushGoyal) March 10, 2024
Delighted to sign the India-EFTA Trade & Economic Partnership Agreement, yet another pact of progress for our nation.
This watershed agreement, realised under the guidance & leadership of PM @NarendraModi ji, marks the dawn of a new era of prosperity and… pic.twitter.com/4h6FKoVAIO
मेक इंडिया को मिलेगी तेजी
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स्विट्जरलैंड के आर्थिक मामलों के मंत्री गाइ पार्मेलिन ने कहा कि समझौते के परिणामस्वरूप देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) और नवीन प्रौद्योगिकी का प्रवाह बढ़ेगा, जिससे देश में विनिर्माण को बढ़ावा मिलेगा और अधिक रोजगार का सृजन होगा. उन्होंने कहा कि इससे 'मेक इन इंडिया' अभियान में और तेजी आएगी.
10 लाख प्रत्यक्ष रोजगार का फायदा
पार्मेलिन ने कहा, यूरोपीय देश, अपनी ओर से, भारत के विशाल बाजार और दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था द्वारा प्रदान किए जाने वाले आर्थिक अवसरों तक पहुंच प्राप्त करेंगे. भारत ने समझौते के कार्यान्वयन के बाद ब्लॉक के सदस्य देशों से पहले 10 वर्षों के दौरान 50 अरब डॉलर की निवेश प्रतिबद्धता और अगले पांच साल में 50 अरब डॉलर की निवेश प्रतिबद्धता मांगी है. इससे देश में विनिर्माण को बढ़ावा मिलेगा और 10 लाख प्रत्यक्ष रोजगार पैदा होंगे.
पीएम मोदी ने किया स्वागत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समझौते पर हस्ताक्षर का स्वागत करते हुए कहा, "कई पहलुओं में संरचनात्मक विविधताओं के बावजूद हमारी अर्थव्यवस्थाओं में पूरकताएं हैं जो सभी देशों के लिए लाभकारी होने का वादा करती हैं. विशाल व्यापार और निवेश के अवसरों के खुलने के साथ, हम विश्वास और महत्वाकांक्षा के एक नए स्तर पर पहुंच गए हैं. व्यापार समझौता निष्पक्ष, न्यायसंगत व्यापार खोलने के साथ-साथ युवाओं के लिए विकास और रोजगार पैदा करने के हमारे साझा समझौते का प्रतीक है."
उन्होंने कहा, "भारत ईएफटीए देशों को हरसंभव समर्थन देगा और उद्योग तथा व्यवसायों को न केवल प्रतिबद्ध लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए बल्कि उनसे आगे बढ़ने में भी मदद करेगा. यह समझौता हम सभी के लिए एक अधिक समृद्ध भविष्य की ओर हमारे देशों की यात्रा में एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक बने."
Shared Economic Growth & Prosperity!
— Piyush Goyal (मोदी का परिवार) (@PiyushGoyal) March 10, 2024
Addressed the media on the signing of the India-EFTA Trade & Economic Partnership Agreement (TEPA) along with my counterparts.
Emphasised how this fair, equitable & mutually beneficial agreement will unlock massive trade & investment… pic.twitter.com/9Y9Ioen0Ib
2008 से चल रही थी बातचीत
ईएफटीए की ओर से हस्ताक्षर समारोह में भाग लेने वाले चार मंत्री हैं: स्विस फेडरल काउंसलर और आर्थिक मामलों, शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के प्रमुख गाइ पार्मेलिन; आइसलैंड के विदेश मंत्री बजरनी बेनेडिक्टसन; लिकटेंस्टीन के विदेश मामलों के मंत्री डोमिनिक हस्लर; और नॉर्वे के व्यापार एवं उद्योग मंत्री जान क्रिश्चियन वेस्ट्रे. भारत और ईएफटीए आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए जनवरी 2008 से समझौते पर बातचीत कर रहे हैं.
04:05 PM IST