चालू खाता का घाटा बड़ी चुनौती, कच्चा तेल और सोना आयात बढ़ा सकते हैं परेशानी, कैड 3% रहने का अनुमान
इक्रा का अनुमान है कि कच्चे तेल की ऊंची कीमत तथा अधिक सोना आयात के चलते चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में चालू खाता घाटा बढ़कर 19-- 21 अरब डॉलर यानी जीडीपी के तीन प्रतिशत पर पहुंच जाएगा.
अक्टूबर-मार्च अवधि में कैड के दबाव में कमी आने का अनुमान
अक्टूबर-मार्च अवधि में कैड के दबाव में कमी आने का अनुमान
कीमतों के चलते देश का चालू खाता घाटा (कैड) जुलाई-सितंबर तिमाही में बढ़कर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के तीन प्रतिशत पर पहुंच जाने की आशंका है. इससे पहले की तिमाही में यह 2.4 प्रतिशत रहा था. रेटिंग एजेंसी इक्रा ने सोमवार को यह अनुमान व्यक्त किया. इक्रा का अनुमान है कि कच्चे तेल की ऊंची कीमत तथा अधिक सोना आयात के चलते चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में चालू खाता घाटा बढ़कर 19-- 21 अरब डॉलर यानी जीडीपी के तीन प्रतिशत पर पहुंच जाएगा. पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में यह सात अरब डॉलर रहा था.
इक्रा की प्रधान अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा, ‘‘यदि भारतीय क्रूड बास्केट मूल्य वित्त वर्ष 2019 में औसतन 72 डॉलर प्रति बैरल रहा तो कैड पिछले वित्त वर्ष के 48.7 अरब डॉलर यानी जीडीपी के 1.9 प्रतिशत से बढ़कर इस वित्त वर्ष में 68-73 अरब डॉलर यानी जीडीपी के 2.6 प्रतिशत पर पहुंच जाएगा.’’
कैड के दबाव में कमी आने का अनुमान
विदेशी मुद्रा की कुल आवक और कुल निकासी के अंतर को चालू खाता घाटा कहते हैं. यह वित्त वर्ष 2017-18 में जीडीपी का 1.9 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2016-17 में जीडीपी का 0.6 प्रतिशत रहा था. एजेंसी ने कहा कि कच्चे तेल में बाद में आयी नरमी से चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-मार्च अवधि में कैड के दबाव में कमी आने का अनुमान है. इस साल सितंबर में ब्रेंट क्रूड करीब 80 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया था. हालांकि, बाद में इसमें सुधार हुआ और यह करीब 62 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया.
कोशिशें हैं जारी
सरकार ने कुछ समय पहले मौजूदा वित्त वर्ष के लिये बाजार उधारी के लक्ष्य में 70 हजार करोड़ रुपये की कमी की है. वहीं पेट्रोलियम पदार्थों का विपणन करने वाले तेल कंपनियों को विदेशों से एक साल में 10 अरब डॉलर तक जुटाने की अनुमति दे दी है. सरकार ने हाल में कहा था कि चालू खाते का घाटा (कैड) कम करने और देश में विदेशी मुद्रा प्रवाह बढ़ाने के लिये जल्द ही कुछ और कदम उठाए जा सकते हैं.
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(इनपुट एजेंसी से)
06:06 PM IST