रिलायंस इंडस्ट्रीज इस वजह से अपने पार्टनर से होगी अलग, हुई थी ये चूक
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने केजी-डी6 गैस ब्लॉक में अपने भागीदार निको रिसोर्सेस से अलग होने को कहा है.
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने केजी-डी6 गैस ब्लॉक में अपने भागीदार निको रिसोर्सेस से अलग होने को कहा है.(फाइल फोटो)
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने केजी-डी6 गैस ब्लॉक में अपने भागीदार निको रिसोर्सेस से अलग होने को कहा है.(फाइल फोटो)
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने केजी-डी6 गैस ब्लॉक में अपने भागीदार निको रिसोर्सेस से अलग होने को कहा है. बताया गया है कि इस परियोजना के विकास के खर्च में निको ने अपने हिस्से का भुगतान करने में चूक की है. पर कनाडा की कंपनी इस मामले का निपटारा मध्यस्थता अदालत से करना चाहती है.
आंध्र प्रदेश के तटवर्ती क्षेत्र से कुछ दूरी पर बंगाल की खाड़ी में इस गैस ब्लॉक में निको रिसोर्सेस10 प्रतिशत की हिस्सेदार है. इस हिस्सेदारी को बेचने की कोशिश में वह न तो अभी सफल नहीं हुई है और न ही परियोजना विकास के लिए अपने हिस्से की पूंजी का प्रबंध कर सकी है. केजी-डी6 क्षेत्र में खोजे गए गैस/तेल के आर-क्लस्टर, सैटेलाइट क्लस्टर और एमजे विकास परियोजना क्षेत्रों के विकास के लिए निको रिसोर्सेस को पांच से छह अरब डॉलर की राशि का प्रबंध करना है.
पिछले हफ्ते अपने तिमाही परिणामों में रिलायंस ने कहा कि निको ने ‘नकद भुगतान’ करने में चूक की और संयुक्त परिचालन समझौते के प्रावधान अनुसार इस चूक के संबंध में उसे नोटिस जारी किया जा चुका है.रिलायंस ने कहा, ‘‘निको ने भुगतान चूक की अवधि में भुगतान नहीं किया. इसके बाद रिलायंस और बीपी ने अपने हितों को देखते हुए निको को उत्पादन साझेदारी समझौते और संयुक्त परिचालन समझौते से बाहर होने का नोटिस जारी किया. इस नोटिस के जवाब में निको ने मध्यस्थता अदालत का नोटिस भेज दिया है. ’’
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निको के अलावा इस गैस ब्लॉक में रिलायंस की हिस्सेदारी 60 प्रतिशत और ब्रिटेन की बीपी की 30 प्रतिशत हिस्सेदारी है. रिलायंस इस ब्लॉक की संचालक है.निको ने एक सूचना में कहा है कि 17 दिसंबर 2018 को उसे सहयोगियों कंपनी से उत्पादन साझेदारी समझौते और संयुक्त परिचालन समझौते से अलग होने का नोटिस मिला है. कंपनी ने कहा कि वह इस मामले में सभी कानूनी विकल्पों पर विचार कर रही है.
07:07 PM IST