फेस्टिवल सीजन में 65 हजार करोड़ रुपये की भारतीयों ने कर डाली Online Shopping, नए प्रोडक्ट्स ने हाई किया जोश
देश में फेस्टिवल सीजन (festival season) के दौरान ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर 9.2 अरब डॉलर (करीब 65 हजार करोड़ रुपये) की बिक्री (Online sales) हुई, जो पिछले वर्ष के फेस्टिवल सीजन में हुई कुल ऑनलाइन बिक्री से 23 प्रतिशत ज्यादा है.
कोरोना महामारी के लंबे असर के बाद इस फेस्टिवल लोगों ने ऑनलाइन शॉपिंग में काफी दिलचस्पी दिखाई.
कोरोना महामारी के लंबे असर के बाद इस फेस्टिवल लोगों ने ऑनलाइन शॉपिंग में काफी दिलचस्पी दिखाई.
देश में फेस्टिवल सीजन (festival season) के दौरान ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर 9.2 अरब डॉलर (करीब 65 हजार करोड़ रुपये) की बिक्री (Online sales) हुई, जो पिछले वर्ष के फेस्टिवल सीजन में हुई कुल ऑनलाइन बिक्री से 23 प्रतिशत ज्यादा है. सलाहकार कंपनी रेडसीर ने शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, रेडसीर ने इस साल पूरे फेस्टिवल सीजन के दौरान ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से 9.6 अरब डॉलर का सकल माल मूल्य (GMV) मिलने का अनुमात जताया है. इससे पिछले वर्ष यह 7.5 अरब डॉलर था.
फैशन कैटेगरी में ऐसा सुधार पहले कभी नहीं देखा गया
खबर के मुताबिक, रेडसीर ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि नए मॉडलों की पेशकश और आसान वित्त ऑप्शन से मोबाइल ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर इस बार भी सबसे ज्यादा बिकने वाली प्रोडक्ट कैटेगरी बनी रही. इस कैटेगरी का कुल जीएमवी में एक तिहाई से ज्यादा का योगदान रहा. इसी तरह कोविड-19 के चलते लगाए गए लॉकडाउन के कई महीनों के बाद लोगों ने अब घरों से निकलना शुरू कर दिया है, जिससे फैशन कैटेगरी में ऐसा सुधार पहले कभी नहीं देखा गया. वहीं दूसरी तरफ इस वर्ष घरेलू साज-सज्जा और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी कैटेगरी में धीमी ग्रोथ देखी गई.
कंपनियों के शानदार ऑफर से बिक्री ने पकड़ी रफ्तार
कोरोना महामारी के लंबे असर के बाद इस फेस्टिवल लोगों ने ऑनलाइन शॉपिंग (online shopping) में काफी दिलचस्पी दिखाई. तमाम कंपनियों और दिग्गज ब्रांड ने इस फेस्टिवल में काफी आकर्षक डिस्काउंट और डील्स ऑफर किए जिसका असर तेज बिक्री के तौर पर देखा गया. कई मोबाइल कंपनियों ने फेस्टिवल के दौरान नए प्रोडक्ट्स पेश किए, जिसका काफी फायदा मिला.
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ई-कॉमर्स (e-commerce) का फ्यूचर अच्छा
भारत में ई-कॉमर्स (e-commerce) का फ्यूचर अच्छा है. कस्टमर्स के बीच डिजिटल तरीके से सामान खरीदने को लेकर रुचि में बढ़ोतरी हुई है. इससे ऑनलाइन कारोबार से जुड़े इंडस्ट्री का आकार साल 2025 तक 188 अरब डॉलर हो जाने का अनुमान है. कस्टमर अब ऑप्शनल खरीदारी प्लेटफॉर्म के तौर पर ऑनलाइन कॉमर्स की तरफ सिर्फ रुख ही नहीं कर रहे, बल्कि यह कई लोगों के लिए खरीदारी का यह प्राइमरी प्लेटफॉर्म बन गया है.
04:47 PM IST