कोरोना के बढ़ते मामलों से सहमे मुंबई के हीरा कारोबारी, डिमांड, रोजगार के साथ सता रही है कई तरह की चिंता
भारत डायमंड की कटिंग और पॉलिशिंग के मामले में दुनिया का सबसे बड़ा सेंटर है. डायमंड कटिंग और पॉलिशिंग में तकरीबन 90% हिस्सेदारी हमारी है. ऐसे में देश में सख्ती का असर दुनिया भर के डायमंड कारोबार पर पड़ सकता है. कोरोना संकट का असर हाल के बरसों में जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट के आंकड़ों पर भी दिखा है.
कोरोना संकट की वजह से जेम्स एंड ज्वेलरी कारोबार पर काफी असर पड़ा है. (फोटो: Pixabay)
कोरोना संकट की वजह से जेम्स एंड ज्वेलरी कारोबार पर काफी असर पड़ा है. (फोटो: Pixabay)
कोरोना संकट ने एक बार फिर कारोबारियों को चिंता में डाल दिया है. यह चिंता कारोबार पर बुरा असर पड़ने को लेकर है. क्योंकि कारोबारी माहौल अगर बिगड़ा तो डिमांड प्रभावित होगी और इसका असर रोजगार पर भी पड़ेगा. मुंबई के डायमंड कारोबार में भी इसे लेकर परेशान हैं. कोरोना की वजह से एक्सपोर्ट भी प्रभावित हुआ है. वहीं इस सेक्टर में काम करने वाले श्रमिकों की संख्या भी कम हो गई है.
कोरोना कम न कर दे हीरे की चमक!
हीरे की चमक सबको अपनी ओर खींचती है. लेकिन इन्हें तराशने का काम काफी मशक्कत भरा है. डायमंड कटिंग और पॉलिशिंग फैक्ट्रियों में बड़ी संख्या में कारीगर हीरों को चमकाते और लुभावने आकार देते हैं. लेकिन कोरोना के ताजा संकट से एक बार फिर इस कारोबार से जुड़े लोग सहमे हुए हैं. सबसे बड़ी चिंता कामगारों को लेकर है.
अगर कारीगरों की संख्या को लेकर सख्ती बढ़ी तो इसका असर काम पर पड़ेगा. दूसरी चिंता हीरों के डिमांड कम होने को लेकर है. कारोबारियों को आशंका है कि अगर माहौल ऐसा ही बना रहा तो कहीं डिमांड कम न हो जाए. क्योंकि विदेशी बाजारों में भी कोरोना का डर हावी है. कारोबारी चाहते हैं कि किसी भी तरह की सख्ती से पहले उनका हित भी देखा जाए.
डायमंड कटिंग, पॉलिशिंग में 90% हिस्सेदारी
भारत डायमंड की कटिंग और पॉलिशिंग के मामले में दुनिया का सबसे बड़ा सेंटर है. डायमंड कटिंग और पॉलिशिंग में तकरीबन 90% हिस्सेदारी हमारी है. ऐसे में देश में सख्ती का असर दुनिया भर के डायमंड कारोबार पर पड़ सकता है. कोरोना संकट का असर हाल के बरसों में जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट के आंकड़ों पर भी दिखा है.
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एक्सपोर्ट पर भी पड़ा असर
2018-19 में एक्सपोर्ट का आंकड़ा करीब 3970 करोड़ डॉलर था. 2019-20 में ये घटकर 3550 करोड़ डॉलर और 2020-21 में 2560 करोड़ डॉलर हो गया. 2020-21 में सबसे ज्यादा सख्ती रही. जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के मुताबिक मौजूदा कारोबारी साल में अप्रैल से नवंबर तक 2604 करोड़ डॉलर का एक्सपोर्ट हुआ.
एक्सपोर्ट में कमी का सीधा असर रोजगार पर भी दिखता है. इंडस्ट्री के सूत्रों की मानें तो मुंबई और सूरत की डायमंड कटिंग और पॉलिशिंग इंडस्ट्री में कोरोना संकट के पहले 9 लाख कारीगर काम करते थे. लेकिन अब करीब 7 लाख कारीगर ही काम कर रहे हैं.
बीते साल की मंदी के बाद इस कारोबारी साल में कामकाज में थोड़ा सुधार दिखा. ऐसे में कोरोना संकट से जूझ रहे कारोबारी और कारीगर दोनों चाहते हैं कि सभी एहतियात और सुरक्षा उपायों के साथ काम जारी रखा जाए.
05:01 PM IST