इस साल होली पर 30 फीसदी बढ़ा बिजनेस, देश में 20 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का हुआ कारोबार
Business on Holi: कोरोना प्रतिबंधों के कारण जहां आम व्यापार को ज्यादा नुकसान हुआ, वहीं खासतौर पर हॉस्पिटेलिटी व्यापार तो करीब खत्म ही हो गया था. इस साल कोरोना प्रतिबंध खत्म होने के बाद दिल्ली सहित देश भर में बड़े पैमाने पर होली समारोहों का आयोजन हुआ.
लोगों ने चीनी सामानों का बहिष्कार किया. (फाइल फोटो: पीटीआई)
लोगों ने चीनी सामानों का बहिष्कार किया. (फाइल फोटो: पीटीआई)
Business on Holi: कोरोना प्रतिबंध खत्म होने के दो साल बाद इस बार होली पर लोगों ने जमकर खरीदारी की. नतीजतन, इस साल होली पर देशभर में 20 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का सामान बिक गया. यह पिछले साल के मुकाबले 30 फीसदी ज्यादा है. कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने शनिवार (19 मार्च, 2022) को यह जानकारी दी. कैट के महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल के मुताबिक, पिछले साल के मुकाबले इस साल होली में 30 फीसदी ज्यादा बिक्री हुई.
30% increase in Holi Business throughout the country. Goods worth 20,000 crore sold this year during the festival.We thank the Hon’ble @PMOIndia Shri @narendramodi for exemplary covid management due to which all restrictions were lifted and businesses flourished- Shri @praveendel pic.twitter.com/7D9hE3EUXi
— Confederation of All India Traders (CAIT) (@CAITIndia) March 19, 2022
चीनी सामान का हुआ पूर्ण बहिष्कार
उनका कहना है कि इस साल देशभर में 20 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का व्यापार हुआ. उन्होंने कहा कि इस बार चीन में बने सामान का न सिर्फ व्यापारियों ने बल्कि आम लोगों ने भी पूर्ण बहिष्कार किया है. दरअसल, इस बार लोग देश में दो दिन होली का त्योहार मना रहे हैं. दिल्ली और कुछ दूसरे इलाकों में 18 मार्च को होली मनाई गई जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल आदि राज्यों में आज यानी 19 मार्च को होली मनाई जा रही है.
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10 हजार करोड़ रुपये का होता था आयात
बीते कुछ वर्षों में देखें तो होली से जुड़े सामान का देश में हर साल लगभग 10 हजार करोड़ रुपये का आयात होता था. लेकिन इस बार यह काफी कम रहा जो अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा संकेत है. उन्होंने कहा कि होली पर जिन सामानों की ज्यादा बिक्री हुई, उनमें देश में ही बने हर्बल रंग और गुलाल, पिचकारी, गुब्बारे, चंदन, पूजा सामग्री आदि थे. इसके अलावा मिठाइयां, ड्राई फ्रूट, गिफ्ट आइटम्स, फूल और फल, कपड़े, फर्निशिंग फैब्रिक का भी काफी बिजनेस हुआ. वहीं किराना, एफएमसीजी प्रोडक्ट, कंज्यूमर ड्यूरेबल सहित दूसरे प्रोडक्ट्स का भी खूब बिके.
दिल्ली में ही 3 हजार से ज्यादा होली मिलन समारोह
कोरोना प्रतिबंधों के कारण जहां आम व्यापार को ज्यादा नुकसान हुआ, वहीं खासतौर पर हॉस्पिटेलिटी व्यापार तो करीब खत्म ही हो गया था. इस साल कोरोना प्रतिबंध खत्म होने के बाद दिल्ली सहित देशभर में बड़े पैमाने पर होली समारोहों का आयोजन हुआ. इसके चलते बैंक्वेट हॉल, फॉर्म हाउस, होटलों, रेस्टोरेंट और सार्वजनिक पार्कों में होली समारोहों के आयोजनों का तांता लगा रहा.
इस सेक्टर ने दो साल के बाद अच्छा व्यापार किया है. प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि अकेले दिल्ली में ही छोटे-बड़े मिलाकर 3 हजार से ज्यादा होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया. ऐसे वातावरण में होली के उत्साह से लबरेज व्यापारियों ने अब शादी के सीजन के लिए तैयारियां शुरू कर दी है. व्यापारियों को उम्मीद है कि कोरोना मुक्त वातावरण में वो बेहतर बिजनेस कर सकेंगे.
08:24 PM IST