मोबाइल बैंकिंग करते हैं इस्तेमाल, तो ऐसे चेक करें App असली है या नकली
अगर आप मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल करने की सोच रहे हैं तो जरा सावधान...और पहले से कर रहे हैं तो और खबरदार हो जाइए.
इन फर्जी एप में मौजूद मालवेयर संभवत: हजारों उपभोक्ताओं और क्रेडिट कार्डों की सूचनाएं चोरी कर चुके हैं. (फाइल फोटो)
इन फर्जी एप में मौजूद मालवेयर संभवत: हजारों उपभोक्ताओं और क्रेडिट कार्डों की सूचनाएं चोरी कर चुके हैं. (फाइल फोटो)
अगर आप मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल करने की सोच रहे हैं तो जरा सावधान...और पहले से कर रहे हैं तो और खबरदार हो जाइए. एक रिपोर्ट में दावा है कि गूगल प्लेस्टोर पर उपलब्ध स्टेट बैंक (SBI), आईसीआईसीआई (ICICI) बैंक, एक्सिस (AXIS) बैंक समेत कई बड़े बैंकों के मोबाइल बैंकिंग एप फर्जी हैं. कहा जा रहा है कि इन फर्जी एप में मौजूद मालवेयर (Malware) संभवत: हजारों उपभोक्ताओं और क्रेडिट कार्डों की सूचनाएं चोरी कर चुके हैं. इनके जरिये इन बैंकों के हजारों ग्राहकों से जुड़े डाटा चोरी हो चुके होंगे और आगे भी इसकी आशंका बनी हुई है.
एप फर्जी लेकिन लोगो असली
सूचना प्रौद्योगिकी (IT) सुरक्षा से जुड़ी कंपनी सोफोज लैब्स ने यह अलर्ट जारी की है. उसकी रिपोर्ट में बताया गया है कि लोग इन फर्जी एंड्रॉयड एप को इसलिए नहीं पकड़ पाते क्योंकि इसमें बैंक का असली लोगो लगा है. उपभोक्ता उसे असली एप समझकर अपने मोबाइल पर डाउनलोड कर लेता है और ठगी का शिकार हो सकता है.
कैसे करें असली-नकली का फर्क
अगर आप मोबाइल बैंकिंग इस्तेमाल करना चाहते हैं तो बेहतर होगा अपने बैंक की वेबसाइट पर जाकर एप डाउनलोड करने का इन्विटेशन मंगाना. इसके लिए आपको ये स्टेप फॉलो करने होंगे.
- बैंक की आधिकारिक साइट पर जाएं.
- वहां आपको गूगल प्ले स्टोर से एप डाउनलोड का लिंक मिल जाएगा.
- उस लिंक में अपना मोबाइल नंबर भरकर आप एप डाउनलोड इन्विटेशन अपने मोबाइल पर मंगा सकते हैं.
- ऐसा करने से आपकी मोबाइल बैंकिंग सुरक्षित रहेगी.
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गूगल प्लेस्टोर से डाउनलोड ऐसे करें
अगर गूगल प्लेस्टोर से सीधे बैंकिंग एप डाउनलोड कर रहे हैं तो अच्छा होगा कि डेवलपर की जानकारी देख लें. ज्यादातर बैंक खुद ही इसे डेवलप कराते हैं इसलिए डेवलपर के नाम में बैंक का ही नाम प्रदर्शित होगा. वह एप फर्जी होने का खतरा कम रहता है.
प्लेस्टोर में कहां से आए फर्जी एप
सोफोज लैब्स के शोधकर्ता पंकज कोहली के मुताबिक इस तरह के नकली एप एंड्रॉयड के लिए नए नहीं हैं. आगे भी इस तरह के मालवेयर विभिन्न तरीकों से एंड्रॉयड एप प्लेस्टोर में सेंध लगाते रहेंगे.
एंटीवायरस सॉफ्टवेयर करेगा मदद
उपभोक्ताओं को हमेशा ऐसे एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करना चाहिए जो मालवेयर से सुरक्षा और इंटरनेट सुरक्षा प्रदान करते हों. साथ ही उपभोक्ताओं को सुरक्षित रखने के साथ ही इन नकली एप को जानकारियों की चोरी करने से रोकते हों.
किन बैंकों के नाम पर चल रहे एप फर्जी
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, सिटी बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और यस बैंक के नाम पर फर्जी एप प्लेस्टोर पर मौजूद हैं. रिपोर्ट में शामिल बैंकों का कहना है कि उन्हें ऐसे नकली एप की जानकारी नहीं है.
सिटी इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि उसका बैंक रिपोर्ट में उल्लेखित एप से किसी भी प्रकार से प्रभावित नहीं हुआ है. बैंक ने सोफोज लैब को लिखित में कहा है कि रिपोर्ट से उसका नाम हटाया जाए.
यस बैंक ने कार्रवाई शुरू की
यस बैंक ने इस बारे में कहा कि बैंक के साइबर धोखाधड़ी विभाग को इससे अवगत कराया गया है. स्टेट बैंक ने अब तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. रिपोर्ट के अनुसार, ये एप कैश बैक, नि:शुल्क मोबाइल डेटा और बिना ब्याज का कर्ज समेत पुरस्कार का वादा कर उपभोक्ताओं को डाउनलोड, इंस्टॉल और इस्तेमाल के लिए प्रलोभन देते हैं.
05:07 PM IST