घर-घर पैसे पहुंचाएंगी बैंक सखी, हजारों महिलाओं को मिलेगा रोजगार, जानें क्या है ये योजना
ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सुविधाओं को सहज बनाने और महिला स्वावलंबन को नई दिशा देने वाली बीसी सखी की ट्रेनिंग शुरू हो रही है.
Banking Correspondent Sakhi Yojana: उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सुविधाओं को सहज बनाने और महिला स्वावलंबन को नई दिशा देने वाली बीसी सखी (Banking Correspondent Sakhi) की ट्रेनिंग शुरू हो रही है. ट्रेनिंग पूरा होने के साथ ही प्रदेश को 58,000 बीसी सखी मिलेंगी.
बीसी सखी (UP BC Sakhi) के ट्रेनिंग, वर्कशॉप, ड्रेस आदि की तैयारियों के बारे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि बीसी सखी, महिलाओं को सशक्त और स्वावलंबी बनाने के प्रयासों में अहम रोल निभाएंगी. इसके साथ ही, बैंकिंग सेवाओं के विस्तार और सुगमता के लिहाज से भी यह अहम साबित सिद्घ होंगी.
हजारों महिलाओं को रोजगार (Women Employment)
अपर मुख्य सचिव, ग्राम्य विकास मनोज कुमार सिंह ने बताया कि हर ग्राम पंचायत में एक बीसी सखी तैनात करने संबधी मुख्यमंत्री के निर्देशों पर प्रदेशभर से आवेदन मंगवाए गए है. कुल 2,16,000 एप्लीकेशन प्राप्त हुई हैं. बीसी सखी के लिए कुल 58,532 पंचायतों से आवेदन मिले हैं.
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ऑनलाइन परीक्षा (Online Exam for BC Sakhi)
पहले चरण में 56,875 एप्लीकेशन छांटी गई हैं. चुने गए कैंडिडेट्स को ट्रेनिंग दी जा रही है. इनकी ट्रेनिंग 15 दिसंबर से होगी. राज्य निदेशक आरसेटी द्वारा हर जिले में 30-30 के दो बैच को ट्रेनिंग दी जाएगी. ट्रेनिंग के बाद आईआईबीएफ द्वारा ऑनलाइन परीक्षा कराई जाएगी.
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34 कंपनियां ने दिखाई रुचि
बीसी सखी को एंकर करने के लिए वाणिज्यिक बैंक, कॉरपोरेट बीसी, फिनटेक पेमेंट बैंक को जोड़ा जा रहा है. 34 कंपनियों ने इसमें सहयोग के लिए रुचि दिखाई है. इनके फाइनल सलेक्शन की प्रक्रिया जल्द ही पूरी हो जाएगी.
ये मिलेंगी सुविधा
बीसी सखी डेस्कटॉप कम्प्यूटर, लैपटॉप, पीओएस मशीन, कार्ड रीडर, फिंगर प्रिंट रीडर, इंटीग्रेटेड इक्यूपमेंट से लैस होंगी. इसके लिए बीसी सखी को बिना ब्याज के कर्ज मुहैया कराया जाएगा.
हर महीने मिलेंगे पैसे (BC Sakhi Stipend)
बीसी सखी को 4000 रुपये प्रति माह 6 महीने तक स्टाइपेंड और 1200 रुपये प्रतिमाह समूह सखी के रूप में काम करने के लिए स्टाइपेंड दिया जाएगा.
करना होगा यह काम
इस योजना में काम करने वाली सभी बैंकिंग सखी लोगों के घर-घर जाएंगी और वहां सरकार की ओऱ से चलाई जा रही योजनाओं और बैंकिग सुविधाओं के बारे में बताएंगी. यही नहीं, घर बैठे ग्रामीणों के बैंक से जुड़े जरूरी काम भी निपटाएंगी. यह 25,000 रुपये तक ओवर ड्राट भी कर सकेंगी. इन्हें ट्रांजेक्शन पर 2 फीसदी कमीशन भी मिलेगा.
अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास ने बताया कि ऐसी व्यवस्था भी की जा रही है कि मनरेगा मजदूरी, आवास, शौचालय निर्माण का अनुदान इन्ही बीसी सखी के द्वारा दिया जाए.
मुफ्त मिलेगी ड्रेस
बीसी सखी के ड्रेस डिजाइन का काम निफ्ट रायबरेली द्वारा किया जा रहा है. ड्रेस डिजाइन का काम वाराणसी, मऊ और मुबारकपुर के बुनकरों द्वारा होगा. प्रत्येक बीसी सखी को प्रथम दो सेट ड्रेस नि:शुल्क मिलेगा.
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