NCR में इलेक्ट्रिक कार चार्ज करना होगा और आसान, हो रही है जोरदार तैयारी
NCR यानी नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुरुग्राम और पास के अन्य इलाकों में आने वाले समय में इलेक्ट्रिक गाड़ियों को चार्ज करने में काफी सहूलियत होने वाली है. इन जगहों पर करीब 1000 चार्जिंग स्टेशन खोलने की तैयारी है.
नए चार्जिंग स्टेशन से गाड़ियां महज 90 मिनट में जीरो से फुल चार्ज हो सकेंगी.
नए चार्जिंग स्टेशन से गाड़ियां महज 90 मिनट में जीरो से फुल चार्ज हो सकेंगी.
दिल्ली से सटे NCR यानी नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुरुग्राम और पास के अन्य इलाकों में आने वाले समय में इलेक्ट्रिक गाड़ियों को चार्ज करने में काफी सहूलियत होने वाली है. इन जगहों पर करीब 1000 चार्जिंग स्टेशन खोलने की तैयारी है. यह पहल ऊर्जा क्षेत्र की कंपनी टाटा पावर कर रही है. कंपनी इलेक्ट्रिक गाड़ियों को चार्ज करने के लिए इस योजना में 70 करोड़ रुपये (700 मिलियन) का निवेश करने की योजना बना रही है.
तीन तेल कंपनियों से होगा करार
टाटा पावर का इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए फिलहाल 21 चार्जिंग स्टेशन हैं. ये स्टेशन मुंबई, दिल्ली और हैदराबाद में हैं. टाटा पावर के प्रबंध निदेशक प्रवीर सिन्हा कहते हैं कि इसके अतिरिक्त हम एनसीआर में 1000 नए चार्जिंग स्टेशन खोलने की तैयारी में हैं. साथ ही महाराष्ट्र में 100 चार्जिंग स्टेशन खुलेंगे. उन्होंने बताया कि हम तेल विपणन कंपनियों- हिन्दुस्तान पेट्रोलियम, भारत पेट्रोलियम और इंडियन ऑयल के साथ मिलकर इस योजना को पेश करेंगे.
फिलहाल करीब 500 चार्जिंग स्टेशन लगे हैं
देश में फिलहाल लगभग 500 चार्जिंग स्टेशन हैं, जबकि देशभर में पेट्रोल-डीजल की कुल 61000 रिटेल स्टेशन हैं. टाटा पावर मॉल, मेट्रो रेल स्टेशन, अस्पताल और होटल आदि से भी हाथ मिलाएगी. कंपनी के इस योजना से निजी और वाणिज्यिक वाहन भी चार्ज हो सकेंगे.
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90 मिनट में फुल चार्ज
टाटा पावर की इस योजना के तहत लगने वाले चार्जिंग स्टेशन में साधारण और तेज चार्ज करने वाली प्रणाली लगाई जाएगी. सामान्य चार्जर से एक गाड़ी को जीरो से फुलचार्ज करने में सात घंटे तक लग जाते हैं, लेकिन नए चार्जिंग स्टेशन से गाड़ियां महज 90 मिनट में जीरो से फुल चार्ज हो सकेंगी. कंपनी का कहना है कि हम कई तकनीकी पार्टनर के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.
2030 तक बदल जाएगी सूरत
सिन्हा कहते हैं कि वर्ष 2030 तक देश में इलेक्ट्रिक कार की दुनिया में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. बिजनेस स्टैंडर्ड की खबर के मुताबिक, सिर्फ दिल्ली में तब 3 लाख फास्ट चार्जिंग स्टेशन की जरूरत होगी. तब 10 करोड़ कारों की आबादी में करीब 30 प्रतिशत इलेक्ट्रिक कारें सड़कों पर होंगी.
03:48 PM IST