World Economic Forum Summit 2023: क्या है वर्ल्ड इकनोमिक फोरम? कैसे करता है ये काम?
World Economic Forum Summit 2023: रूस-यूक्रेन का युद्ध (Russia-Ukraine War), कोविड, और भी तमाम जिओ-पोलिटिकल मुद्दों की वजह से इस बार होने वाली समिट में लोगों का काफी इंटरेस्ट बना हुआ है.
wef 2023 summit
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World Economic Forum Summit 2023: स्विट्जरलैंड (Switzerland) की बर्फीली वादियों वाले शहर दावोस (Davos) में सोमवार से दुनिया भर के नेताओं का बड़ा जमावड़ा शुरू हुआ हैं, जिसमें भारत (India) के लगभग 100 लोगों समेत हजारों प्रतिनिधि 'खंडित दुनिया में सहयोग' (‘Cooperation in a Fragmented World’) के विषय पर चर्चा करेंगे. World Economic Forum (विश्व आर्थिक मंच) की समिट (Summit) आमतौर पर जनवरी में होती हैं. लेकिन पिछली वार्षिक समिट कोविड (COVID) की वजह से हर बार से अलग मई (May, 2022) में हुई थी, और वो भी वर्चुअली.
बीते साल में इतनी सारी गतिविधियों की वजह से इस बार होने वाली समिट में लोगों का काफी इंटरेस्ट बना हुआ है. रूस-यूक्रेन का युद्ध (Russia-Ukraine War), कोविड, और भी तमाम जिओ-पोलिटिकल मुद्दें (Geo-Political Issues) उनमें से कुछ हैं. 5 दिन चलने वाली इस समिट में लगभग 130 देश भाग लेंगे. भारत की तरफ से 4 केंद्रीय मंत्री इसमें भाग ले रहें हैं- मनसुख मंडाविया (Mansukh Madviya), अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav), स्मृति ईरानी (Smriti Irani) और आर के सिंह (R K Singh). इनके अलावा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) भी इस समिट में शामिल होंगे. साथ ही कई ऑफिशल्स और बिज़नेस उद्यमी भी समिट का हिस्सा बनेंगे.
आइए जानते हैं कि वर्ल्ड इकनोमिक फोरम, असल में है क्या?
वर्ल्ड इकनोमिक फोरम (World Economic Forum) एक इंटरनेशनल आर्गेनाईजेशन है. साल 1971 में प्रोफेसर क्लाउस श्वाब ने इसकी स्थापना की थी. ये एक ‘नॉट-फॉर-प्रॉफिट’ आर्गेनाईजेशन है. यह फोरम दुनिया के राजनीतिक, सांस्कृतिक, व्यापार आदि डिसिशन-मेकर्स को एकजुट करता है, जो ऐसे प्रोजेक्ट्स और पहल पर मिलकर काम करते हैं जिससे समाज में पॉजिटिव बदलाव लाया जा सके.
वल्र्ड इकनोमिक फोरम हर साल एक समिट का आयोजन करता है. इस साल फोरम की 53वीं समिट है जो की स्विट्ज़रलैंड के दावोस में हो रही है. ये समिट 16 जनवरी से 20 जनवरी तक चलेगी. इस साल के समिट की थीम है- ‘Cooperation in a Fragmented World’. इस समिट में 130 देशों से 2,700 लीडर्स और 52 सरकारों के रेप्रेसेंटेटिवेस आएंगे.
हर साल समिट का एजेंडा अलग होता है. पिछले 4-5 सालों में समिट का ध्यान क्लाइमेट चेंज (Climate Change) पर ही हैं. यह समिट दुनिया के लीडर्स को संयुक्त रूप से एनर्जी, जलवायु और प्रकृति, निवेश, व्यापार और इन्फ्रास्ट्रक्चर, सीमांत प्रौद्योगिकियों एवं उद्योग, नौकरी, स्किल्स, हेल्थ एवं भू-राजनीतिक सहयोग आदि क्षेत्रों में काम करने के लिए प्रोत्साहित करती है.
क्या काम करता है वर्ल्ड इकनोमिक फोरम?
- वर्ल्ड इकनोमिक फोरम की समिट में वैश्विक (Global), क्षेत्रीय (Regional) एवं उद्योग जैसे एजेंडे को साल की शुरुआत में ही आकार दे दिया जाता है.
- इनोवेशन, साइंस और टेक्नोलॉजी से जुड़े मामलों की समिट हर साल चीन में आयोजित किया जाता है.
- ग्लोबल फ्यूचर काउंसिल (Global Future Council) की समिट UAE में आयोजित होती है, वहां दुनिया के लीडिंग नॉलेज कम्युनिटी (Leading Knowledge Community) के साथ दुनिया की हर चुनौतियों पर इनसाइट्स शेयर की जाती हैं.
- वर्ल्ड इकनोमिक फोरम की इंडस्ट्री स्ट्रेटेजी मीटिंग (Industry Strategy Meeting) में इंडस्ट्रीज में किस तरह आगे काम किया जा सकता है, इस पर चर्चा की जाती है.
- वर्ल्ड इकनोमिक फोरम में टॉप लीडर्स, वर्ल्ड क्लास एक्स्पर्ट्स द्वारा डिजाइन किए गए कई कोलेबरेटिव प्रोजेक्ट्स पर काम किए जाते हैं, जो सस्टेनेबल बदलाव (Sustainable Changes) लाने की क्षमता रखते हैं.
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01:53 PM IST