Tokyo Olympic: डिस्कस थ्रो में कमलप्रीत कौर ने रचा इतिहास, फाइनल में पहुंचकर मेडल की जगाई उम्मीद
Tokyo Olympic: टोक्यो ओलंपिक में कमलप्रीत कौर ने डिस्कस थ्रो में शानदार प्रदर्शन कर इतिहास रच दिया है और अब वो इस गेम के फाइनल में पहुंच गई हैं.
टोक्यो ओलंपिक में कमलप्रीत कौर फाइनल में पहुंचीं (फोटो- टीम इंडिया ट्विटर)
टोक्यो ओलंपिक में कमलप्रीत कौर फाइनल में पहुंचीं (फोटो- टीम इंडिया ट्विटर)
टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic) के डिस्कस थ्रो देश की कमलप्रीत कौर ने इतिहास रच दिया है. डिस्कस थ्रो (Discus Throw) गेम में अच्छा प्रदर्शन करने पर कमलप्रीत कौर ने सभी को चौंका दिया है. अपने प्रदर्शन के आधार पर ही कमलप्रीत कौर ने फाइनल्स में जगह बना ली है और भारत को एक और मेडल जीताने की उम्मीद जगा दी है. कमलप्रीत कौर ने तीसरे प्रयास में 64 स्कोर बनाकर फाइनल में जगह बनाई है. बता दें कि कमलप्रीत नेशनल रिकॉर्ड होल्डर हैं.
डिस्कस थ्रो में कमलप्रीत कौर का बेस्ट प्रदर्शन 66.59 मीटर है. ये रिकॉर्ड उन्होंने जून में पटियाला में आयोजित इंडियन ग्रांड प्रिक्स में बनाया था. ऐसा माना जा रहा है कि अगर वो फाइनल में अपने इसी बेस्ट प्रदर्शन को दोहराती हैं तो उनका ओलंपिक में मेडल पक्का हो जाएगा. कमलप्रीत कौर ने दूसरे प्रयास में 63.97 मीटर का थ्रो किया था और पहले प्रयास में उनका थ्रो 60.29 मीटर का था.
#TeamIndia | #Tokyo2020 | #Athletics
— Team India (@WeAreTeamIndia) July 31, 2021
A 64m long throw lands National Record Holder #KamalpreetKaur in the Finals of the Discus Throw event. Let's keep cheering on our champ as she prepares to #TakeoverTokyo! #AllTheBest 👏🙌🥏🇮🇳 #RukengeNahi #EkIndiaTeamIndia #Cheer4India pic.twitter.com/GcF9DrpLCr
कमलप्रीत कौर कौन हैं?
कमलप्रीत कौर पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब जिले के बादल गांव की रहने वाली हैं. कमलप्रीत ने खुद माना था कि वो पढ़ाई-लिखाई में कमजोर हैं, जिसके बाद उनके कोच ने उनसे एक राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए कहा था. वहां उनका प्रदर्शन संतोषजनक रहा था और उन्हें चौथा स्थान मिला था. पढ़ाई में कमजोर होने के बाद कमलप्रीत को लगा कि उन्हें खेल में अपना फोकस करना चाहिए, जिसके बाद वो खेल के मैदान में उतर गईं और उसके बाद से उन्होंने पीछे हटकर नहीं देखा.
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2014 में खेल को लेकर हुईं गंभीर
कमलप्रीत कौर ने साल 2014 में खेल के प्रति दिलचस्पी दिखाई और खेलने के प्रति गंभीर भी हुईं. उनकी शुरुआती ट्रेनिंग भारतीय खेल प्राधिकरण केंद्र में उनके गांव में ही शुरू हुई. इसके बाद कमलप्रीत ने जमकर मेहनत की, जो बाद में रंग लाई. कमलप्रीत कौर साल 2016 में अंडर-18 और अंडर-20 राष्ट्रीय चैंपियन बनीं.
इन रिकॉर्ड्स को किया अपने नाम
साल 2019 में दोहा में हुए एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में वह पांचवें स्थान पर रही थीं. कमलप्रीत कौर ने डिस्कस थ्रो में 65 मीटर का स्कोर बनाया और ऐसा करने वाली वो पहली महिला बन गईं. उसके बाद 60.25 मीटर डिस्कस थ्रो कर गोल्ड मेडल जीता.
01:35 PM IST