महंगाई के चक्रव्यूह में पाकिस्तान, आर्थिक हालात और खस्ता, नहीं सूझ रहा उपाय
Pakistan : पाकिस्तानी रुपये में आई गिरावट की एक बड़ी वजह आयातित कंज्यूमर गुड्स और नॉन कंज्यूमर गुड्स के दाम में बढ़ोतरी रही. पिछले कुछ महीनों से खासकर इंडस्ट्रियल प्रोडक्ट बनाने में इस्तेमाल होने वाले रॉ मटीरियल महंगे हो गए.
इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार ने वर्ष 2019-20 के लि महंगाई दर का लक्ष्य 11 प्रतिशत से लेकर 13 प्रतिशत रखा है. (जी बिजनेस)
इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार ने वर्ष 2019-20 के लि महंगाई दर का लक्ष्य 11 प्रतिशत से लेकर 13 प्रतिशत रखा है. (जी बिजनेस)
पड़ोसी देश पाकिस्तान की आर्थिक हालात लगातार बिगड़ते दिख रहे हैं. पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स की तरफ से जारी किए गए महंगाई के आंकड़ों से यह साफ पता चलता है. डॉन न्यूज के रिपोर्ट में कहा गया है कि ताजा आंकड़े के मुताबिक, जुलाई में कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) आधारित महंगाई दर बढ़कर 10.34 प्रतिशत पर जा पहुंची है. पिछले महीने यही आंकड़ा 8.9 प्रतिशत रिकॉर्ड किया गया था. इसी अवधि में पिछले साल यह महंगाई दर 5.84 प्रतिशत रिकॉर्ड किया गया था.
इससे पहले महंगाई दर का आंकड़ा डबल डिजिट में नवंबर 2013 में 10.9 प्रतिशत रिकॉर्ड किया गया था. बीते कुछ महीनों में पेट्रोलियम प्रोडक्ट की कीमतों में लगातार तेजी के रुख और इसके बाद बिजली और गैस के टैरिफ में बढ़ोतरी से महंगाई दर आसमान छू गया. सरकार ने पाकिस्तान में टैक्स से जुड़े कुछ उपाय की शुरुआत की थी इसका असर यह हुआ कि महंगाई डबल डिजिट में जा पहुंची.
पाकिस्तानी रुपये में आई गिरावट की एक बड़ी वजह आयातित कंज्यूमर गुड्स और नॉन कंज्यूमर गुड्स के दाम में बढ़ोतरी रही. पिछले कुछ महीनों से खासकर इंडस्ट्रियल प्रोडक्ट बनाने में इस्तेमाल होने वाले रॉ मटीरियल महंगे हो गए. इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार ने वर्ष 2019-20 के लि महंगाई दर का लक्ष्य 11 प्रतिशत से लेकर 13 प्रतिशत रखा है. इससे पहले साल 2018-19 के लिए महंगाई दर 7.3 प्रतिशत रिकॉर्ड किया गया था.
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(रॉयटर्स)
डॉन न्यूज की रिपोर्ट में कहा गया है कि कीमतों में बढ़ोतरी चालू वित्त वर्ष के पहले महीने में तेजी से हुई. जुलाई में नॉन फूड इन्फ्लेशन में तेजी आई. सीपीआई पूरे पाकिस्तान में शहरी इलाकों में हर महीने करीब 480 कमोडिटी की कीमतों पर नजर रखता है. सालाना आधार पर खाद्य महंगाई 9.20 प्रतिशत रिकॉर्ड किया गया लेकिन मासिक आधार पर इसमें 1.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई. जुलाई में गैर-खाद्य वस्तुओं की कीमतों में 7.85 प्रतिशत और खराब होने वाले उत्पादों की कीमत 8.06 प्रतिशत बढ़ी.
(रॉयटर्स)
दूसरी तरफ, सालाना आधार पर नॉन फूड इन्फ्लेशन बढ़कर 11.1 प्रतिशत हो गया, हालांकि मासिक आधार पर इसमें 2.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई. बीते 16 जुलाई को स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने अपनी मोनेटरी पॉलिसी रेट में 100 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की थी जो 13.25 प्रतिशत हो गई. यह बढ़ोतरी बढ़ती महंगाई का दबाव और यूटिलिटी कॉस्ट में आने वाले समय में इजाफा को देखते हुए की गई.
सेंसिटिव प्राइस इंडेक्स द्वारा मापी गई औसत महंगाई जुलाई में 12.16 प्रतिशत तक बढ़ गई, जबकि पिछले साल यह 3.58 प्रतिशत थी. इसी तरह, थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर 13.46 प्रतिशत थी, जबकि 2018-19 में यह 10.50 प्रतिशत थी.
(इनपुट एजेंसी से)
12:30 PM IST