Coronavirus Outbreak: कोरोना से तो बच जाएंगे लेकिन भुखमरी से मर जाएगा पाकिस्तान
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि उनका देश कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए पश्चिमी देशों की तरह शहरों को बंद नहीं कर सकता.
पाकिस्तान ने साफ कह दिया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए वह शट डाउन जैसे फैसले नहीं ले सकता है.
पाकिस्तान ने साफ कह दिया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए वह शट डाउन जैसे फैसले नहीं ले सकता है.
कोराना वायरस (CoronaVirus) का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है. तमाम देश इससे बचने के उपाय अपना रहे हैं. बहुत से देशों में शट डाउन की पॉलिसी अपना रहे हैं. भारत में भी तमाम स्कूल-कॉलेज, मॉल सिनेमाघरों को 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है. अमेरिका और कई अन्य देशों ने इस संक्रामक बीमारी को फैलने से रोकने की कवायद में रेस्तरां और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को बंद कर दिया है. लेकिन भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान (Pakistan) पर इस जानलेवा वायरस की दोहरी मार पड़ रही है. पहले से ही आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान के लिए कोराना वायरस 'कोढ़ में खाज' की स्थिति लेकर आया है.
पाकिस्तान में भी कोरोना वायरस के संक्रमण के मरीजों की तादाद लगातार बढ़ रही है, लेकिन वहां कि इमरान खान सरकार के सामने संकट यह है कि वह सब कुछ जानते हुए भी इससे निपटने के लिए पुख्ता कदम नहीं उठा सकता है. पाकिस्तान ने साफ कह दिया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए वह शट डाउन जैसे फैसले नहीं ले सकता है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistani Prime Minister Imran Khan) ने कहा है कि उनका देश कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए पश्चिमी देशों की तरह व्यापक पैमाने पर शहरों को बंद नहीं कर सकता. पाकिस्तान में कराची जैसे कई बड़ी आबादी वाले शहर हैं.
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
इमरान खान (Imran Khan) ने कहा कि शट डाउन के कदम पर पहले विचार किया गया था लेकिन अधिकारियों को आशंका है कि यह देश की नाजुक अर्थव्यवस्था को और ध्वस्त देगा. हालांकि, पाकिस्तान ने क्रिकेट स्टेडियमों, स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को बंद कर दिया है.
प्रधानमंत्री खान ने राष्ट्र के नाम टेलीविजन पर दिए संबोधन में कहा, ‘पाकिस्तान के हालात अमेरिका या यूरोप के जैसे नहीं हैं...हमारी 25 फीसदी आबादी बेहद मुफलिसी में जी रही है.’
उन्होंने कहा, ‘अगर हमने शहरों को बंद कर दिया तो हम पहले से ही मुश्किल हालात में रह रहे अपने नागरिकों को कोरोना वायरस से तो बचा लेंगे लेकिन वे भुखमरी से मारे जाएंगे.’
इमरान खान ने अपने संदेश में कहा कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था ने पिछले साल उन्नति की थी लेकिन अब कोरोना वायरस संकट के कारण वह दबाव में है और उन्होंने सुझाव दिया कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष को देश के कर्ज भुगतान पर राहत देने पर विचार करना चाहिए.
ज़ी बिज़नेस LIVE TV देखें:
क्रिकेटर से नेता बने खान ने साथ ही आगाह भी किया कि खाद्यान्न जमाखारों के खिलाफ बहुत सख्त कार्रवाई की जाएगी.
पाकिस्तान के स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को 1,571 संदिग्ध मामलों की जांच की जिसमें से 200 से अधिक लोग संक्रमित पाए गए. अभी तक मौत का कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं है लेकिन पर्यवेक्षकों को आशंका है कि संक्रमित लोगों की वास्तविक संख्या आंकड़ों से कहीं अधिक है.
12:22 PM IST