Coronavirus Outbreak: अमेरिका में 'जीरो' हुई ब्याज दरें, फेड ने की बड़ी कटौती
अमेरिका दो सप्ताह में नीतिगत ब्याज दरों में कुल मिला कर डेढ़ प्रतिशत की कमी करने के साथ रिण के लिए धन की उपलब्धता बढाने के कई उपाय कर चुका है.
फेडरल रिजर्व ने निवेशकों का भरोसा कायम रखने के लिये नीतिगत ब्याज दर में 1 प्रतिशत की कटौती कर के इसे शून्य प्रतिशत कर दिया है.
फेडरल रिजर्व ने निवेशकों का भरोसा कायम रखने के लिये नीतिगत ब्याज दर में 1 प्रतिशत की कटौती कर के इसे शून्य प्रतिशत कर दिया है.
कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर दुनियाभर की अर्थव्यवस्था पर साफ देखने को मिल रहा है. आलम ये है कि अर्थव्यवस्था को सांस देने के लिए दुनिया के तामम केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में लगातार कटौती कर रहे हैं. अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने कोरोना वायरस से अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले असर को दूर करने तथा निवेशकों का भरोसा कायम रखने के लिये रविवार को नीतिगत ब्याज दर में एक प्रतिशत की बड़ी कटौती कर के इसे करीब करीब शून्य प्रतिशत कर दिया है. इसके अलावा उसने 700 अरब डॉलर के बांड खरीदने का भी निर्णय लिया है. फेडरल रिजर्व अल्पकालिक धन के लिए ब्याज दर अब 0-0.25% के स्तर पर आ गई है.
अमेरिका दो सप्ताह में नीतिगत ब्याज दरों में कुल मिला कर डेढ़ प्रतिशत की कमी करने के साथ रिण के लिए धन की उपलब्धता बढाने के कई उपाय कर चुका है. दुनिया के अन्य प्रमुख केंद्रीय बैंकों ने भी अपनी दरों में कटौती की हैं.
कोरोना वायरस से दुनिया भर में 1,56,000 से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं. इसके कारण दुनिया भर में 5,800 से अधिक लोगों की मौत भी हो चुकी है. सिर्फ अमेरिका में इससे 3,700 से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं तथा 68 लोगों की मौत हो चुकी है.
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
इस महामारी के कारण वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला बाधित हो चुकी है. इसका वैश्विक अर्थव्यवस्था पर गंभीर असर पड़ने लगा है. वैज्ञानिक, शोध संस्थान और दवा कंपनियां इस बीमारी का इलाज खोजने की कोशिशों में लगी हैं.
फेडरल रिजर्व ने ऐसे में अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिये दो सप्ताह से भी कम समय में नीतिगत ब्याज दर में दूसरी आपातकालीन कटौती की है. इस दूसरी कटौती के बाद अमेरिका में नीतिगत ब्याज दर 2008 के आर्थिक संकट के समय के स्तर पर आ गयी है. नयी नीतिगत ब्याज दरें शून्य से 0.25 प्रतिशत के बीच आ गयी हैं.
फेडरल रिजर्व ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण अर्थव्यवस्था को लेकर भरोसे में आयी गिरावट की जब तक भरपाई नहीं हो जाती है, नीतिगत ब्याज दर को इसी स्तर पर बनाये रखा जाएगा. उसने कहा, ‘‘कोरोना वायरस ने समाज को नुकसान पहुंचाया है और अमेरिका समेत कई देशों में आर्थिक गतिविधियों में रुकावटें पैदा की है.’’
फेडरल रिजर्व के गवर्नर जेरोम पावेल ने कहा कि इसका वैश्विक वित्तीय परिस्थितियों पर भी असर हुआ है. उसने कहा, ‘‘कोरोना वायरस का निकट भविष्य में आर्थिक गतिविधियों पर असर पड़ेगा और इससे आर्थिक परिदृश्य को लेकर जोखिम उपस्थित हुआ है. हमने इसे लेकर ठोस प्रतिक्रिया दी है और न सिर्फ ब्याज दर कम किया है बल्कि तरलता को लेकर भी कदम उठाये हैं.’’
ज़ी बिज़नेस LIVE TV देखें:
फेडरल रिजर्व की लगातार आलोचना करने वाले राष्ट्रपति ट्रंप ने भी इस कदम का स्वागत किया. उन्होंने कहा, ‘मैं फेडरल रिजर्व को बधाई देता हूं. बाजार में लोग इससे उत्साहित होंगे. हमने नीतिगत दरों को लगभग शून्य कर दिया है.’
फेडरल रिजर्व ने इसके साथ ही व्यापक स्तर पर खरीद की भी घोषणा की. कंपनियों तथा लोगों को बैंक आर्थिक मदद मुहैया करा सकें, इसके लिये फेडरल रिजर्व ने पात्र बैंकों को अल्पकालिक आधार पर कर्ज सुविधा देने का विकल्प भी खोल दिया है. साथ ही, फेडरल रिजर्व ने बैंकों के लिये आरक्षित नकदी का प्रावधान भी हटा दिया है, ताकि वे इस नकदी का इस्तेमाल कर सकें.
03:44 PM IST