Petrol-Diesel Price Hike: बांग्लादेश में तेल कीमतों में ऐतिहासिक बढ़ोतरी, एक झटके में पेट्रोल-डीजल 50% हुआ महंगा
Bangladesh Fuel Price Hike: रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine war) के कारण बढ़ती ऊर्जा और खाद्य कीमतों ने इसके आयात बिल को बढ़ा दिया है, जिससे सरकार को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) सहित वैश्विक एजेंसियों से लोन लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है.
दक्षिण एशियाई देश बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था 416 अरब डॉलर की है. (Reuters)
दक्षिण एशियाई देश बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था 416 अरब डॉलर की है. (Reuters)
Bangladesh Fuel Price Hike: भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में पेट्रोल और डीजल (Petrol Diesel Price) की कीमतों में ऐतिहासिक बढ़ोतरी हुई है. बांग्लादेश ने शनिवार को तेल की कीमतों में लगभग 50% की भारी बढ़ोतरी की. सरकार के इस फैसले से देश की सब्सिडी का बोझ कम करने में मदद मिलेगी लेकिन महंगाई पर अधिक दबाव पड़ेगा जो पहले से ही 7% से ऊपर चल रही है. दक्षिण एशियाई देश बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था वर्षों से दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक रही है. इसकी अर्थव्यवस्था 416 अरब डॉलर की है.
हालांकि, रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine war) के कारण बढ़ती ऊर्जा और खाद्य कीमतों ने इसके आयात बिल को बढ़ा दिया है, जिससे सरकार को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) सहित वैश्विक एजेंसियों से लोन लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है.
कितना महंगा हुआ Petrol-Diesel
बिजली, ऊर्जा और खनिज संसाधन मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पेट्रोल की कीमत 51.2% बढ़ाकर 130 टका (1.38 डॉलर) प्रति लीटर, 95-ऑक्टेन गैसोलीन 51.7% बढ़ाकर 135 टका और डीजल और मिट्टी के तेल की कीमत 42.5% बढ़ा दी गई है. ग्लोबल मार्केट की स्थितियों को देखते हुए तेल की कीमतों में बढ़ोतरी जायज थी. मंत्रालय ने कहा, राज्य द्वारा संचालित बांग्लादेश पेट्रोलियम कॉरपोरेशन को छह महीने से जुलाई तक तेल की बिक्री पर 8 अरब टका (85 मिलियन डॉलर) से अधिक का नुकसान हुआ है.
ग्लोबल कीमतों में गिरावट पर घट सकते हैं तेल के भाव
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
राज्य के बिजली, ऊर्जा और खनिज संसाधन मंत्री नसरुल हामिद, नई कीमतें सभी को सहनीय नहीं लगेंगी, लेकिन हमारे पास और कोई चारा नहीं था. लोगों को धैर्य रखना होगा. उन्होंने कहा कि अगर ग्लोबल कीमतों में गिरावट आती है तो कीमतों को एडजस्ट किया जाएगा.
एक सरकारी अधिकारी ने कहा, यह जरूरी था लेकिन मैंने कभी इतनी भारी बढ़ोतरी की कल्पना नहीं की थी. मुझे नहीं पता कि सरकार आईएमएफ से कर्ज लेने की शर्त पूरी कर रही है या नहीं.
01:15 PM IST