होली का गुलाल न कर दें आपका हाल बेहाल, सिंथेटिक रंगों से बचना है आसान, बस करना होगा ये काम
Holi 2023: होली के त्योहार पर मस्ती और हुड़दंग न हो, ऐसा कहां हो सकता है. लेकिन इस मस्ती के बीच में भी आपको कुछ सावधानियां रखनी होती है.
(Source: Pexels
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Holi 2023: होली के रंग के संग मस्ती और खुमारी ना हो तो फिर कैसी होली? रंगों का ये त्यौहार तरह-तरह के पकवानों के लिए भी जाना जाता है. लेकिन होली खेलते समय ऐहतियात बरतने की जरूरत है क्योंकि सिंथेटिक रंगों और गुलाल से आपकी होली में खलल पड़ सकता है. होली की शॉपिंग करते समय आपको थोड़ी सी सावधानी बरतने की जरूरत है, जिससे की आप और आपका परिवार बेफिक्र होकर होली के त्योहार में मस्ती कर सकता है.
किस रंग से होली खेलना है सेफ?
सबसे पहले सेफ एंड सिक्योर होली के लिए हम आपको खतरनाक कलर्स से बचने की सलाह देंगे. क्योंकि हरे रंग में कॉपर सल्फेट का इस्तेमाल होता है. इससे आंखों में खुजली, जलन या इंफेक्शन की समस्या हो सकती है. होली में लाल रंग काफी इस्तेमाल होता है. इसमें मरक्यूरी सल्फेट का इस्तेमाल किया जाता है. इससे स्किन कैंसर, पैरालाइज यानी लकवा होने का खतरा रहता है. बैंगनी रंग में क्रोमियम आयोडाइड का इस्तेमाल होता है. ये अस्थमा के रोगियों के लिए बहद खतरनाक होता है, इससे एलर्जी होने का भी खतरा रहता है. वहीं सिल्वर कलर में एल्युमिनियम ब्रोमाइड का इस्तेमाल होता है, जो कैंसर के खतरे को बढ़ाता है. जबकि काले रंग में लेड ऑक्साइड का प्रयोग होता है, जो किडनी और दिमाग पर असर डालता है.
कितना सेफ है गुलाल की होली?
कुछ लोग अबीर यानि गुलाल से होली खेलते हैं. लेकिन सिंथेटिक गुलाल सेहत के लिए बेहद खतरनाक होते हैं. नीले रंग वाले गुलाल में प्रूशियन ब्लू होता है जो त्वचा में एलर्जी और संक्रमण पैदा करता है. हरे गुलाल में मिलाया जाने वाला कापर सल्फेट आंखों में एलर्जी और जलन पैदा करता है. इसके अधिक प्रयोग से आंखों की रोशनी तक जा सकती है.
खुद बना सकते हैं हर्बल रंग
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ऐसे में प्राकृतिक रंगों और गुलाल से होली खेंले. ये मेहंदी के पत्तों, टेंसू के फूल, हल्दी और बेसन से तैयार किए जाते हैं. आजकल पेड़ की छालों का भी इस्तेमाल इन्हें बनाने में किया जाता है. लोग में सिंथेटिक कलर और गुलाल से दूरी बना रहे हैं . इसलिए बाजार में हर्बल रंग भी खूब बिक रहे हैं. ये थोड़े महंगे जरूर होते हैं लेकिन सेहत के लिहाज से पूरी तरह से सुरक्षित होते हैं.
नकली मावा बिगाड़ सकता है होली का जायका
होली में नकली मावा से बनी मिठाइयों से भी सावधान रहने की जरूरत है. नकली खोये में उबला आलू, शकरकंद, मैदा सफेद ब्लॉटिंग पेपर मिलाया जाता है, जिससे पेट संबंधी बीमारी का खतरा रहता है. इसके सेवन से पाचन तंत्र और आंतों को नुकसान पहुंचाती हैं. इससे कब्ज, उल्टी, दस्त, पेट दर्द व गैस की दिक्कत हो सकती है. ऐसे में होली में घर में बने खान-पान की चीजों और ड्राई फूड से बनी मिठाइयों का इस्तेमाल करें तो बेहतर होगा.
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07:20 PM IST