Vani Jayram Death: अपने घर में मृत पाई गईं सिंगर वाणी जयराम, इसी साल पद्मभूषण से हुई थीं सम्मानित
Vani Jairam Death: वेट्रन सिंगर वाणी जयराम का निधन हो गया है. वाणी जयराम का शव उनके चेन्नई स्थित आवास में हुआ है. इसी साल भारत सरकार ने उन्हें पद्मभूषण देने की घोषणा की थी.
सिंगर वाणी जयराम का निधन
सिंगर वाणी जयराम का निधन
Vani Jairam Death: वेट्रन प्लेबैक सिंगर वाणी जयराम का निधन हो गया है. उनका शव चेन्नई स्थित उनके आवास में मिला है चेन्नई स्थित थाउजेंड लाइट्स पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है. गौरतलब है कि वाणी जयराम को इसी साल भारत सरकार द्वारा देश का तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण देने की घोषणा की गई थी.
Tamil Nadu | Veteran playback singer Vani Jairam found dead at her residence in Chennai, say Thousand Lights Police officials. Details awaited.
— ANI (@ANI) February 4, 2023
She was conferred with the Padma Bhushan award for this year.
(Pic: Vani Jairam's Facebook page) pic.twitter.com/TEMHbHw11s
रिकॉर्ड किए हैं 10 हजार से अधिक
वाणी जयराम को तीन बार बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर कैटेगरी में नेशनल फिल्म अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है. इसके अलावा उन्हें तमिलनाडु, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, केरेला, गुजरात और ओडिशा की सरकार सम्मानित कर चुकी हैं. गणतंत्र दिवस 2023 की पूर्व संध्या में भारत सरकार ने उन्हें पद्म भूषण देने की घोषणा की थी. अपने करियर में वाणी जयराम ने 10 हजार से भी अधिक गाने रिकॉर्ड किए थे. उनका अंतिम संस्कार कब किया जाएगा, इसे लेकर परिवार के सदस्यों ने अभी तक कुछ नहीं कहा है.
पति ने दी थी प्रेरणा
वाणी जयराम 50 साल से ज्यादा समय से फिल्म इंडस्ट्री में एक्टिव थीं. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 1971 मं की थी. वाणी जयराम का जन्म तमिलनाडु के वेल्लोर में हुआ था. संगीत उन्हें विरासत में मिला था. उनके पिता दुरईस्वामी अयंगर और मां पद्मावती ने उन्हें संगीत की शुरुआती शिक्षा दी थी. इसके बाद उन्होंने कदालूर श्रीनिवास अयंगर से कर्नाटिक संगीत की औपचारिक शिक्षा ली थी. आठ साल की उम्र में वाणी जयराम ने ऑल इंडिया रेडियो मद्रास में अपनी पहली परफॉर्मेंस दी थी. पढ़ाई के बाद उन्होंने स्टेट बैंक इंडिया मद्रास में कुछ वक्त नौकरी की थी. साल 1967 में उनका तबादला हैदराबाद ब्रांच में हो गया था. साल 1969 में जयराम से शादी के बाद वह मुंबई शिफ्ट हो गई थीं. उनके पति जयराम ने उन्हें हिंदुस्तानी क्लासिकल म्यूजिक सीखने की प्रेरणा दी थी. वाणी जयराम ने पटियाला घराने के उस्ताद अब्दुल रहमान खान से ट्रेनिंग ली थी.
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ट्रेनिंग के दौरान वाणी जयराम ने बैंक की नौकरी छोड़ दी थी. साल 1969 में उन्होंने अपने पब्लिक कॉन्सर्ट में गाना गाया था. इसी साल उनकी आवाज कंपोजर वसंत देसाई और सिंगर कुमार गंधर्व ने सुनी. दोनों एक मराठी एल्बम रिकॉर्ड कर रहे थे, वसंत देसाई ने उनसे अपनी एलबम के लिए गाना रिकॉर्ड करवाया. वसंत देसाई ने साल 1971 में जया बच्चन की फिल्म गुड्डी से उन्हें बॉलीवुड में पहला ब्रेक दिया था। इसके बाद उन्होंने पाकीजा,एक मुट्ठी आसमां जैसी फिल्मों के लिए गाना गाया था. साल 1979 में फिल्म मीरा के गाने 'मेरे तो गिरधर गोपाल' के लिए वाणी जयराम को पहला फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था.
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04:30 PM IST