तमिलनाडु ट्रेन हादसे के बाद मरम्मत का काम तेजी से जारी, 10 बजे से शुरू होगी अप लाइन
चेन्नई के पास कावरापेट्टई में मैसूरू-दरभंगा बागमती ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद रेलवे लाइन की मरम्मत का काम तेज कर दिया गया है. हालांकि, बारिश के चलते काम प्रभावित हो रहा है.
चेन्नई के पास कावरापेट्टई में मैसूरू-दरभंगा बागमती ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद रेलवे लाइन की मरम्मत का काम तेज कर दिया गया है और चार लाइन के इस सेक्शन पर 13 अक्टूबर की सुबह तक रेल संचालन बहाल हो जाएगा. रेलवे ने शनिवार को यह जानकारी दी. वहीं, कमिश्नर रेलवे सेफ्टी ने घटनास्थल का जायजा लिया है. रेस्टोरेशन का काम जारी है. हालांकि, बारिश के चलते काम प्रभावित हो रहा है. अधिकारियों का कहना है कि ट्रैक रेस्टोरेशन में आज रात तक का समय लग सकता है. रेलगाड़ियों को अलग रूट से चलाया जा रहा है. रेलवे टीम को उम्मीद है कि रात 10 बजे तक अप लाइन चालू हो जाएगी.
दो लाइन रविवार सुबह तक कर दी जाएगी बहाल
रेलवे ने एक्सप्रेस ट्रेन के मालगाडी से टकराने को ‘दुर्भाग्यपूर्ण घटना’ बताते हुए कहा कि कावरापेट्टई की चार लाइन में से अप लाइन और अप लूप लाइन के आज रात तक बहाल होने की उम्मीद है जबकि बाकी की दो लाइन रविवार सुबह तक बहाल कर दी जाएंगी. दक्षिणी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी एम. सेंथामिल सेल्वन ने कहा, ‘पटरियों, सिग्नल और अन्य परिचालन पहलुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मरम्मत के प्रयास तेजी से किए जा रहे हैं.’
बचाव काम में लगे हुए हैं 500 से ज्यादा अधिकारी
दक्षिण रेलवे के पीआरओ ने यहां एक रिलीज में कहा कि दक्षिण रेलवे स्थिति को सावधानीपूर्वक संभालने के लिए सभी संबंधित प्राधिकारियों और एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहा है. उन्होंने बताया कि जमीनी स्तर पर 500 से अधिक कर्मी बचाव प्रयासों में शामिल हैं. उन्होंने बताया कि कार्य के सुचारू और त्वरित निष्पादन को सुनिश्चित करने के लिए, दक्षिणी रेलवे ने पटरी से उतरे कोच को फिर से पटरी पर लाने के लिए बड़ी मशीनों को लगाया है.
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
अतिरिक्त मंडल चिकित्सा अधिकारियों, मुख्य नर्सिंग अधीक्षक, अस्पताल सहायकों, फार्मासिस्ट और अन्य पैरामेडिकल कर्मचारियों के नेतृत्व में पांच चिकित्सा राहत दल घटनास्थल पर मौजूद थे. कुछ डिब्बों को फिर से पटरी पर लाया गया जबकि अन्य डिब्बे जिन्हें पटरी पर नहीं लाया जा सका, उन्हें पटरी की मरम्मत के लिए मुख्य लाइन से हटा दिया गया है.
भाषा के इनपुट के साथ
05:31 PM IST