Carbohydrates in Diet: डाइट में कार्ब्स कम करें या बढ़ाएं? आप भी इसको लेकर हैं कन्फ्यूज तो पढ़ लें WHO की गाइडलाइंस
शरीर में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा हो जाए तो ये वजन बढ़ाने का काम करती है और कम हो जाए तो कमजोरी आने लगती है. ऐसे में हर व्यक्ति को रोजाना कितना कार्ब्स डाइट में लेना चाहिए, यहां जानिए इसके बारे में.
डाइट में कार्ब्स कम करें या बढ़ाएं? आप भी इसको लेकर हैं कन्फ्यूज तो पढ़ लें WHO की गाइडलाइंस
डाइट में कार्ब्स कम करें या बढ़ाएं? आप भी इसको लेकर हैं कन्फ्यूज तो पढ़ लें WHO की गाइडलाइंस
कार्बोहाइड्रेट यानी कार्ब्स एक तरह का माइक्रो न्यूट्रिएंट है जो शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है. ये आपके शरीर में ग्लूकोज को एनर्जी में बदलने का काम करता है. लेकिन शरीर में कार्ब्स की मात्रा ज्यादा हो जाए तो ये वजन बढ़ाने का काम करती है और कम हो जाए तो कमजोरी आने लगती है. ऐसे में अक्सर लोग इस बात को लेकर कन्फ्यूज रहते हैं कि स्वस्थ व्यक्ति को दिन भर में आखिर कितना कार्बोहाइड्रेट लेना चाहिए. आइए आपको बताते हैं इसका जवाब.
दिनभर में कितना कार्बोहाइड्रेट लेना चाहिए
WHO के मुताबिक जो लोग हाई इंटेंसिटी वाली एक्सरसाइज करते हैं, उन्हें 3-6 ग्राम कार्ब्स प्रति किलो वजन के हिसाब से लेना चाहिए. वहीं अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो रोजाना 50 से 100 ग्राम कार्बोहाइड्रेट काफी है. लाइफ बिजी है और वर्कआउट के लिए ज्यादा समय नहीं मिल पाता, तो दिनभर में 50 से 100 ग्राम से ज्यादा कार्बोहाइड्रेट नहीं लेना चाहिए. अगर आपका वजन ज्यादा है तो दिनभर में 50 ग्राम कार्ब्स आपके लिए काफी है. इसके अलावा अगर आपको मिर्गी, थायरॉयड, पीसीओडी और मीनोपॉज की समस्या है, तो भी ज्यादा कार्बोहाइड्रेट नहीं लेना चाहिए.
ज्यादा कार्ब्स लेने से क्या नुकसान
अगर आपने कार्बोहाइड्रेट लिया है तो इसे एनर्जी में बदलने के लिए फिजिकल वर्कआउट भी जरूरी है. अगर आप ज्यादा कार्ब्स लेते हैं तो इससे शरीर को जितनी एनर्जी लेनी होगी, उतनी शरीर ले लेगा और बची हुआ कार्ब्स शरीर में फैट में बदल जाएगा. इससे मोटापे की समस्या तो बढ़ती ही है, साथ ही फैटी लिवर और कोलेस्ट्रॉल वगैरह की भी परेशानियां बढ़ती हैं.
गुड कार्ब्स और बैड कार्ब्स
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कार्ब्स भी दो तरह के होते हैं गुड और बैड. गुड कार्ब्स शरीर को तुरंत एनर्जी देने वाले होते हैं. लेकिन ये शरीर में फैट के तौर पर जमा होते हैं. इन्हें सिंपल कार्ब्स भी कहा जाता है. सफेद चावल, मैदा और सफेद ब्रेड, केक-पेस्ट्री, सोडा और बोतलबंद ड्रिंक्स, नूडल्स वगैरह सिंपल कार्ब्स का सोर्स माने जाते हैं.
वहीं गुड कार्ब्स को कॉम्प्लेक्स कार्ब्स या सुपर कार्ब्स कहा जाता है. गुड कार्ब्स में डायटरी फाइबर काफी ज्यादा होता है. इन्हें खाने से आपका पेट जल्दी भर जाता है, लेकिन ये डाइजेस्ट देर में होता है. ये साबुत अनाज, दाल, दलिया, सूखे मेवे, बीन्स, फल और सब्जियों, ब्राउन राइस, शकरकंद, ओट्स, ज्वार, रागी वगैरह से मिलता है.
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04:07 PM IST