स्टील स्टॉक्स में क्यों आई तगड़ी गिरावट? Tata Steel, JSW, JSPL, SAIL में लगा लोवर सर्किट
Steel Stocks to watch: शेयर बाजार में सोमवार के कारोबार में मेटल सेक्टर में तगड़ी गिरावट देखने को मिली. स्टील शेयरों में भारी बिकवाली रही. इनमें Tata Steel, JSW, JSPL और SAIL के शेयरों में लोवर सर्किट लगा.
(Representational Image)
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Steel Stocks to watch: शेयर बाजार में सोमवार (23 मई 2022) के कारोबार में मेटल सेक्टर में तगड़ी गिरावट देखने को मिली. स्टील शेयरों में भारी बिकवाली रही. इनमें Tata Steel, JSW, JSPL और SAIL के शेयरों में लोवर सर्किट लगा. दरअसल, सरकार ने बढ़ती महंगाई के बीच एक अहम फैसला लिया है. इसमें कई कई स्टील प्रोडक्ट्स पर एक्सपोर्ट ड्यूटी को 0 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी कर दी गई है. सरकार की ओर से जारी नोटिफिकेशन में फ्लैट और लॉन्ग दोनों प्रोडक्ट्स शामिल है. सरकार के इस फैसले से डिमांड-सप्लाई बैलेंस कमजोर हो सकता है. इसका असर स्टील स्टॉक्स पर देखा गया.
Tata Steel, JSW, JSPL, SAIL में लगा लोवर सर्किट
सरकार की ओर से एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने के फैसले के बाद Tata Steel, JSW, JSPL और SAIL के स्टॉक में 23 मई 2022 के ट्रेडिंग सेशन में लोवर सर्किट लगा. शुरुआती ट्रेडिंग सेशन में जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड (JSPL) के शेयर में 16 फीसदी से ज्यादा गिरावट देखने को मिली. शेयर में 407.10 रुपये पर लोवर सर्किट लगा. JSW स्टील में करीब 13 फीसदी गिरावट आई. शेयर में 567.80 रुपये पर लोवर सर्किट लगा. इसी तरह, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAIL) में 10 फीसदी से ज्यादा गिरावट आई और 74.70 पर लोवर सर्किट लगा. वहीं, टाटा स्टील की बात करें, तो शेयर में 1053.20 रुपये पर लोवर सर्किट लगा. साथ ही स्टॉक ने शुरुआती सेशन में 52 हफ्ते (1,003.15 रुपये) का लो भी बनाया.
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बढ़ती महंगाई के बीच सरकार का फैसला
केंद्र सरकार ने बढ़ती महंगाई के बीच स्टील उत्पादों पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने का फैसला किया है. कई स्टील उत्पादों पर एक्सपोर्ट ड्यूटी को 0 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी की गई है. नोटिफिकेशन में फ्लैट और लॉन्ग दोनों प्रोडक्ट्स शामिल है. आयरन ओर पर एक्सपोर्ट ड्यूटी 30 फीसदी से बढ़ाकर 50 फीसदी की गई है. आयरन पेलेट्स पर 45 फीसदी एक्सपोर्ट ड्यूटी लगाई गई है.
इंडस्ट्री ने मांगा 3 महीने का समय
सरकार के इस फैसले के बाद इंडस्ट्री का कहना है कि एक्सपोर्ट ऑर्डर्स पूरा करने के लिए 3 महीना का समय देना चाहिए. क्योंकि, 20 लाख टन से ज्यादा के एक्सपोर्ट आर्डर पाइपलाइन में हैं. वहीं, सरकार ने कच्चे माल पर इंडस्ट्री को राहत दी है. फरो-निकल, कोकिंग कोल, PCI कोयले पर इम्पोर्ट ड्यूटी 2.5 फीसदी से घटाकर 0 फीसदी कर दिया है. कोक और सेमी-कोक के इम्पोर्ट पर 5 फीसदी ड्यूटी हटाई गई है.
12:38 PM IST