Stock Markets Crash: 1,000 अंक गिरा सेंसेक्स, निवेशकों के ₹3 लाख करोड़ डूबे; जानें क्यों गिरे बाजार?
बाजार पिछले दो हफ्तों से रिकॉर्ड हाई छू रहे थे या फिर रिकॉर्ड हाई के करीब ही थे. अभी पिछले हफ्ते हमने Nifty को पहली बार 26,000 के ऊपर निकलते हुए देखा. लेकिन यहां से सोमवार के ट्रेडिंग सेशन में करेक्शन आता दिख रहा है.
Stock Markets Crash: घरेलू शेयर बाजारों के लिए 30 सितंबर का कारोबारी सत्र गिरावट वाला सोमवार साबित हो रहा है. सुस्त शुरुआत के बाद बाजार में लगातार गिरावट दर्ज हो रही है. यहां तक पहले दो-तीन घंटों में ही सेंसेक्स-निफ्टी में 1-1 फीसदी तक की गिरावट आ गई थी.
कितने गिरे बाजार?
दोपहर 12:45 के आसपास सेंसेक्स 977 अंकों की गिरावट लेकर 84,594 के स्तर पर था. वहीं, निफ्टी 280 अंक गिरकर 25,897 अंकों पर चल रहा था. बैंक निफ्टी में तो 783 अंकों की गिरावट आई थी और ये 53,050 के स्तर पर था. मिडकैप और स्मॉलकैप भी दबाव में दिखाई दे रहे थे. India VIX (Volatility Index) 8% तक चढ़ा भी था.
बाजार पिछले दो हफ्तों से रिकॉर्ड हाई छू रहे थे या फिर रिकॉर्ड हाई के करीब ही थे. अभी पिछले हफ्ते हमने Nifty को पहली बार 26,000 के ऊपर निकलते हुए देखा. लेकिन यहां से सोमवार के ट्रेडिंग सेशन में करेक्शन आता दिख रहा है. तेजी के बाद अब बाजार में मुनाफवसूली दिखाई दे रही है. लेकिन प्रॉफिटबुकिंग के अलावा, बाजार में गिरावट के पीछे कुछ और कारण भी हैं.
क्यों गिरे शेयर बाजार? (Why Share Markets Crashed)
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दरअसल, बाजार में गिरावट के पीछे FIIs (Foreign Institutional Investors) की बिकवाली तो लोकल ट्रिगर रही ही, क्योंकि शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक शुक्रवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 1,209.10 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे. इसके अलावा ग्लोबल ट्रिगर्स के चलते बाजार में ज्यादा गिरावट रही. पहले तो, आज एशियाई बाजारों में बड़ी हलचल रही. जापान में Nikkei 1800 अंकों तक गिरा था, क्योंकि वहां नए प्रधानमंत्री के नाम के ऐलान के बाद ब्याज दरे तेजी से बढ़ाए जाने का डर बढ़ गया है, जिससे बाजार गिरे और सेंटीमेंट कमजोर हुआ.
हालांकि, बाजार में गिरावट के पीछे सबसे बड़ी वजह मिडिल ईस्ट में तनाव के चलते आई प्रॉफिटबुकिंग रही. इजरायल की ओर से ईरान समर्थित ताकतों पर लगातार हमलों से वहां संघर्ष और तनाव और बढ़ने की संभावना है, इसमें अमेरिका की और भी ज्यादा भूमिका बढ़ने की भी अटकलें हैं, ये बाजार के लिए बड़ा चिंता का विषय है. वैसे तो महीनों से बाजार इस स्थिति पर नजर रखे हुए हैं, लेकिन वीकेंड पर हिजबुल्लाह चीफ सैय्यद हसन नसरल्लाह को इजरायल की ओर से खत्म किए जाने के बाद से तनाव और ज्यादा बढ़ गया है. इससे निवेशक सतर्क हो गए हैं.
SAS Online के फाउंडर और CEO श्रेय जैन ने कहा कि बाजार में बड़ी गिरावट आई, इसके पीछे बड़ा कारण जियोपॉलिटिकल टेंशन रही, खासकर लेबनान में इजरायल हमलों के चलते ग्लोबल बाजार में बहुत ज्यादा अनिश्चितता बनी हुई है. लेकिन इस सेटबैक के बावजूद आउटलुक पॉजिटिव बना हुआ है. 25,500 से 25,400 के रेंज में गिरावट में आए तो यहां पर खरीदारी के मौके हैं. अपसाइड पर 25,920 का इमीडिएट रेजिस्टेंस है, आगे के लेवल 26,000 और 26,200 रहेंगे. और इसके अलावा, US Fed के चेयरमैन Jerome Powell की ओर से अहम स्पीच आने वाला है, जिसके पहले बाजार सतर्क दिख रहे हैं.
01:30 PM IST